डीआइओएस कार्यालय के बाबू अशोक शर्मा को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़वाने वाले गुलशन कुमार को विजिलेंस टीम के सामने ही एडीआइओएस व अन्य कर्मचारियों ने कार्यालय के अंदर ही जमकर पीटा। उन्होंने विजिलेंस टीम के साथ भी धक्का-मुक्की की।1रिश्वत लेने वाले बाबू को कोतवाली लाने के बाद विजिलेंस टीम दोपहर में गुलशन कुमार को लेकर फिर डीआइओएस कार्यालय पहुंची, जहां कार्यालय की छत पर दूसरे बाबू और अफसर एकत्र थे। इसी दौरान डीआइओएस आइपीएस सोलंकी बाहर निकले। उनके जाते ही एडीआइओएस राघवेंद्र सिंह और अन्य बाबू आ गए। उन्होंने गुलशन कुमार की जमकर पिटाई की। बचाव में आए टीम के सदस्यों से धक्का-मुक्की की। इसके बाद पुलिस प्रधानाचार्य परिषद के जिलाध्यक्ष डॉ. अनिल सारस्वत, रामेश्वर, अजीत और मोहर सिंह आदि को कोतवाली ले आई। हालांकि कोतवाली प्रभारी संजय जायसवाल ने मारपीट से इन्कार किया है।
शिकायतकर्ता को बताया फर्जी
जानकारी पर कोतवाली में हुजूम जुट गया। इस दौरान आए राष्ट्रीय इंटर कॉलेज सुरीर के प्रबंधक सुशील शर्मा ने बताया कि डीआइओएस के बाबू को पकड़वाने वाले खुद फर्जी काम करते है। उनका आरोप है कि मेरे हस्ताक्षर स्कैन करके गुलशन व उनके पिता ने फर्जी समिति बनाई है। ये कई कॉलेजों का हड़पने की साजिश रच रहे हैं।
ये रहे टीम में शामिल
रिश्वतखोर बाबू को पकड़ने वाली टीम की कार्रवाई का नेतृत्व सीओ विजिलेंस बलधारी सिंह ने किया, जबकि विनोद कुमार यादव, सियाराम निमेष और प्रदीप कौशिक, वीरपाल सिंह सिरोही शामिल रहे।
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