जिले के अंदर पारस्परिक स्थानांतरण के पोर्टल में समस्या, तकनीकी खामी के चलते शिक्षक नहीं भर पा रहे आवेदन फॉर्म
06 अप्रैल 2025
लखनऊ। परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों का पारस्परिक स्थानांतरण की ऑनलाइन प्रक्रिया पोर्टल पर शुरू होने के साथ ही तकनीकी समस्याएं आ रही हैं। इसलिए बड़ी संख्या में शिक्षक आवेदन फॉर्म पोर्टल पर नहीं भर पा रहे हैं।
बेसिक शिक्षा विभाग के जारी आदेश में कहा गया था कि 2024-25 सत्र के लिए शिक्षक 2 अप्रैल से जिले के भीतर आपसी सहमति से तबादले हेतु आवेदन कर सकते हैं। लेकिन एनआईसी द्वारा विकसित पोर्टल पर तकनीकी खामी के कारण 2 व 3 को पोर्टल चला नहीं। जैसे तैसे पोर्टल 4 की देर शाम से खुलना शुरू हुआ।
कई शिक्षकों ने बताया कि पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन पर फाइनल सबमिट का ऑप्शन काम नहीं कर रहा है। विभाग का कहना है कि इस समस्या को एनआईसी टीम के सहयोग से जल्द दूर किया जाएगा। लेकिन जब तक यह ठीक नहीं होता, तब तक आवेदन प्रक्रिया में देरी होना तय है।
शिक्षकों का कहना कि प्रक्रिया में देरी हुई है और अब भी पोर्टल में दिक्कतें हैं, ऐसे में आवेदन की अंतिम तिथि को बढ़ाया जाए ताकि सभी शिक्षक समय से अपना आवेदन कर सकें। कई ग्रामीण क्षेत्रों के शिक्षक नेटवर्क समस्याओं से जूझ रहे हैं, जिससे ऑनलाइन प्रक्रिया और भी कठिन हो गई है।
प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षित स्नातक एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के प्रान्तीय अध्यक्ष विनय कुमार सिंह ने बताया कि शुक्रवार की शाम को पोर्टल एक्टिव हो पाया है, उसके बाद भी सर्वर और ओटीपी समस्या बनी हुई है, आवेदन के आखरी चरण में एरर 404 वेब लिंक में प्रदर्शित हो रहा है, जिससे शिक्षको का ऑनलाइन आवेदन नहीं हो पा रहा है। पीपीए को लेकर भी कुछ यही स्थिति थी, उच्चाधिकारियों को इन समस्याओं पर ध्यान देना बहुत अनिवार्य है।
अंततः जिले के अंदर शिक्षकों के परस्पर तबादले के लिए आवेदन हुए शुरू
05 अप्रैल 2025
लखनऊ। परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों को जिले के अंदर परस्पर तबादले के लिए आवेदन प्रक्रिया शुक्रवार शाम को शुरू हो गई। हालांकि आवेदन पूरी तरह से भरने के बाद सबमिट करने में कुछ शिक्षकों को दिक्कत आ रही थी। बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से इसे ठीक कराने की कवायद की जा रही है।
बेसिक शिक्षा विभाग ने दो अप्रैल से परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों के जिले के अंदर परस्पर तबादला प्रक्रिया शुरू करने का आदेश जारी किया था। लेकिन बृहस्पतिवार देर शाम तक यह प्रक्रिया नहीं शुरू हो सकी थी। इससे शिक्षकों में काफी नाराजगी थी।
विभागीय अधिकारियों ने एनआईसी से संपर्क कर शुक्रवार शाम को आवेदन प्रक्रिया शुरू करा दी। हालांकि शिक्षकों का कहना है कि आवेदन फाइनल सबमिट नहीं हो पा रहा है।
वहीं एक से दूसरे जिले में प्राइमरी हेड का जूनियर सहायक से विषय समान होने पर जोड़ा बन रहा है। जबकि जिले के अंदर परस्पर तबादले में ऐसा नहीं है। विभाग द्वारा अलग-अलग नियम बनाए गए हैं।
जिलों के अंदर म्यूचुअल ट्रांसफर की प्रक्रिया में देरी, 48 घंटे बाद भी नहीं शुरू हो सके आवेदन, शिक्षक हैं परेशान
04 अप्रैल 2025
लखनऊ: परिषदीय विद्यालयों में लंबे समय बाद शुरू होने वाली पारस्परिक तबादले की प्रक्रिया अभी भी विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के चलते अटकी हुई है। दो अप्रैल से शिक्षकों के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू होनी थी, लेकिन 48 घंटे बाद भी ऑनलाइन आवेदन की सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाई है, जिससे शिक्षक वर्ग में असंतोष बढ़ता जा रहा है।
बेसिक शिक्षा परिषद ने पहले ही आदेश जारी कर दिया था कि एक जिले से दूसरे जिले में पारस्परिक तबादले के लिए आवेदन 1 से 11 अप्रैल तक और जिले के भीतर तबादले के लिए आवेदन 2 से 11 अप्रैल तक किए जा सकेंगे। लेकिन दो अप्रैल को शुरू होने वाली यह प्रक्रिया अब तक शुरू नहीं हो सकी है।
अन्तर्जनपदीय म्यूचुअल ट्रांसफर के लिए आवेदन शुरू, जिले के अंदर म्यूचुअल ट्रांसफर के लिए आज से शुरू होंगे आवेदन
02 अप्रैल 2025
प्रदेश में बेसिक शिक्षकों के अन्तर्जनपदीय म्यूचुअल ट्रांसफर के लिए आवेदन प्रक्रिया कल से शुरू हो गई है। वहीं, जिले के अंदर म्यूचुअल ट्रांसफर के लिए आवेदन आज से किए जा सकेंगे। इच्छुक शिक्षक निर्धारित पोर्टल पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
ट्रांसफर प्रक्रिया के तहत शिक्षक अपनी सुविधा के अनुसार इच्छित स्थान पर स्थानांतरण के लिए आवेदन कर सकते हैं। आवेदन की अंतिम तिथि और अन्य दिशा-निर्देश शिक्षा विभाग द्वारा जारी किए जा चुके हैं।
परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों के परस्पर अन्तर्जनपदीय स्थानान्तरण के लिए आवेदन आज से, जिले के अंदर पारस्परिक तबादले के लिए कल से शुरू होंगे आवेदन
01 अप्रैल 2025
प्रयागराज । परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों के पारस्परिक तबादले के लिए आवेदन मंगलवार से शुरू होंगे। पारस्परिक अन्तर्जनपदीय स्थानान्तरण के लिए एक से 11 अप्रैल तक ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन होंगे जबकि जिले के अंदर पारस्परिक तबादले के लिए शिक्षक दो से 11 अप्रैल तक ऑनलाइन पंजीकरण करेंगे।
अंतर जनपदीय पारस्परिक तबादले के लिए शिक्षक अपने ऑनलाइन आवेदन पत्र का प्रिंटआउट संबंधित बीएसए कार्यालय में 15 अप्रैल तक जमा करेंगे। 16 से 20 अप्रैल तक बीएसए के स्तर से खंड शिक्षा अधिकारी को सत्यापन के लिए आवेदन पत्र उपलब्ध कराए जाएंगे। सत्यापन के बाद 21 से 25 अप्रैल तक जिला स्तरीय समिति की बैठक में संस्तुति दी जाएगी। 26 अप्रैल से 10 मई तक शिक्षक/शिक्षिका आपसी सहमति से ओटीपी के माध्यम से जोड़ा (पेयर) बनाएंगे। 15 मई को स्थानान्तरण आदेश जारी होंगे।
वहीं दूसरी ओर जिले के अंदर पारस्परिक तबादले के लिए 11 अप्रैल तक आवेदन करने के बाद शिक्षक उसका प्रिंटआउट संबंधित जिले के बीएसए कार्यालय में 15 अप्रैल तक जमा करेंगे। आवेदक की पात्रता के सत्यापन के लिए बीएसए 16 से 20 अप्रैल तक संबंधित खंड शिक्षाधिकारी को आवेदन पत्र उपलब्ध कराएंगे। उसके बाद 21 से 23 अप्रैल के बीच जिला स्तरीय समिति से संस्तुति ली जाएगी। 24 से 30 अप्रैल के बीच शिक्षक किसी भी प्रकार की आपत्ति जिला स्तरीय समिति के समक्ष प्रस्तुत करेंगे।
जिला स्तरीय समिति आपत्तियों का निराकरण करते हुए एक से पांच मई तक डाटा को अंतिम रूप से संस्तुत करेगी। छह से 15 मई तक शिक्षक आपसी सहमति से ओटीपी के माध्यम से जोड़ा बनाएंगे और 18 मई को स्थानान्तरण आदेश जारी होगा।
स्थानांतरण प्रक्रिया जल्द साथी तलाश रहे परिषदीय शिक्षक, एक अप्रैल से पोर्टल पर पंजीकरण होगा शुरू
एक अप्रैल से स्थानांतरण के लिए शिक्षक शुरू करेंगे पंजीकरण
साथी की तलाश करने के शिक्षक ग्रुप पर साझा कर रहे जानकारी
30 मार्च 2025
परिषदीय स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों के स्थानांतरण की प्रक्रिया शिक्षा विभाग जल्द शुरू करेगा। स्थानांतरण प्रक्रिया के तहत शिक्षक एक अप्रैल से पोर्टल पर पंजीकरण कराना शुरू कर देंगे। परस्पर स्थानांतरण की प्रक्रिया शुरू होने से पूर्व अन्य जनपदों में कार्यरत शिक्षक अपने साथी की तलाश करने में जुटे गए हैं। ग्रुप में वह मैसेज कर जानकारी जुटा रहे है।
गर्मियों की छुट्टी होने से पूर्व बेसिक शिक्षा विभाग शिक्षकों के स्थानांतरण की प्रक्रिया पूरी कर लेगा। स्थानांतरण पाने वाले शिक्षकों को 15 मई तक प्रक्रिया पूरी करने के बाद रिलीव कर दिया जाएगा। परस्पर स्थानांतरण प्रक्रिया के तहत शिक्षक अन्य जनपद जाने के लिए शिक्षक-शिक्षिकाओं को अपना सहमतिपत्र बीएसए कार्यालय में जमा करना होगा।
शिक्षक शिक्षिकाओं ने व्हाट्सएप ग्रुप पर अपने स्कूल, ब्लॉक, मोबाइल नंबर सहित जिले का ब्योरा डालना शुरू कर दिया है, ताकि एक से जिले में आने के इच्छुक शिक्षक उनसे संपर्क कर सकें। खंड शिक्षाधिकारी जांच करने के बाद शासन को रिपोर्ट भेजेंगे। इसके बाद ही पारस्परिक तबादला का लाभ ले सकेंगे।
सब्जेक्ट मैपिंग से होंगे पारस्परिक स्थानांतरण, मानक पूर्ण करने वाले बेसिक शिक्षकों का ही पारस्परिक स्थानांतरण होगा
» बेसिक शिक्षा के शिक्षकों के विषयों को तीन वर्ग में बांटा गया
25 मार्च 2025
लखनऊ । बेसिक शिक्षा के शिक्षकों के पारस्परिक स्थानांतरण के लिए सब्जेक्ट मैपिंग (समान विषय) के अनुसार होगा। जिसके तहत अपर प्राइमरी तथा संविलित विद्यालयों में एक समान श्रेणी में ही तबादले किए जाएंगे, मसलन, सहायक अध्यापक अपर प्राइमरी से सहायक अध्यापक अपर प्राइमरी में विषय समान होने की स्थिति में और प्रधानाध्यापक प्राइमरी स्कूल का सहायक अध्यापक अपर प्राइमरी स्कूल से तथा सहायक अध्यापक अपर प्राइमरी का प्रधानाध्यापक प्राइमरी स्कूल से विषय समान होने की स्थिति में स्थानांतरित हो सकेंगे। एक बार स्थानांतरण हो जाने के बाद किसी भी शिक्षक को अपना आवेदन वापस लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
विषयों के तीन वर्ग
पारस्परिक स्थानांतरण के लिए विषयों को तीन वर्गों में बांटा गया है। पहला भाषा दूसरा गणित व विज्ञान तीसरे वर्ग को सामाजिक विषय को रखा गया है। हिन्दी, अंग्रेजी, उर्दू, संस्कृत ये सभी भाषा विषय के अंतर्गत आते हैं। इसलिए हिन्दी का अंग्रेजी शिक्षक से पारस्परिक स्थानांतरण हो सकेगा। विषय समान होने पर जिले के बाहर अपर प्राइमरी का सहायक अध्यापक, प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक से पारस्परिक स्थानांतरण कर सकेगा लेकिन जिले के भीतर यह नियम लागू नहीं होगा।
अन्तर्जनपदीय पारस्परिक स्थानान्तरण की प्रक्रिया को पारदर्शी और समय सीमा के भीतर संपन्न कराने के लिए जिले स्तर पर समिति बनाई गई है, जिसमे जिले के सीडीओ अध्यक्ष होंगे जबकि जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्राचार्य तथा वित्त एवं लेखा अधिकारी (बेसिक शिक्षा) के साथ-साथ जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी इस समिति के सदस्य हैं। अन्तर्जनपदीय पारस्परिक स्थानांतरण की सभी प्रक्रिया राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र, लखनऊ द्वारा विकसित सॉफ्टवेयर के माध्यम से ऑनलाइन होगी।
स्थानांतरण के लिए तय प्रक्रिया के अनुसार आवेदन पत्र सबमिट करने के बाद ही पूर्ण माना जाएगा अन्यथा की स्थिति में आवेदन पत्र निरस्त माना जाएगा। जमा किए गए आवेदन पत्र में किसी भी स्तर पर किसी भी प्रकार का संशोधन अनुमन्य नहीं होगा। जिन शिक्षकों अथवा शिक्षिकाओं द्वारा उपलब्ध कराए गए अभिलेखों के सत्यापन में अभिलेख फर्जी या गलत पाए जाएंगे उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई होगी।