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Saturday, November 5, 2022

शिक्षा विभाग की दूसरी संशोधित सूची में भी दूर नहीं हुईं बाबुओं के तबादलों की गड़बड़ियां

शिक्षा विभाग की दूसरी संशोधित सूची में भी दूर नहीं हुईं बाबुओं के तबादलों की गड़बड़ियां



केस - 1

मंडलीय कार्यालय सहायक शिक्षा निदेशक (बेसिक) बरेली में कार्यरत उर्दू अनुवादक/सह वरिष्ठ लिपिक असलम अंसारी का तबादला 28 जून को मंडलीय उप शिक्षा निदेशक (मा.) बरेली दफ्तर में किया गया था। 5 जुलाई को जब नए तैनाती कार्यालय में पहुंचे तो वहां पद सृजित न होने के कारण कार्यभार ग्रहण नहीं कराया गया। तब से वे बिना वेतन हैं और शिकायतें करते जा रहे हैं लेकिन कुछ नहीं हो रहा।


केस - 2

डीआईओएस कार्यालय अलीगढ़ में तैनात रहे राजेंद्र कुमार भटनागर की सेवानिवृत्ति सात महीने बाद जुलाई 2023 में होनी है। उनका तबादला शासनादेश की व्यवस्था के विपरीत 65 किलोमीटर दूर रेवती गोयल राजकीय इंटर कॉलेज जट्टारी अलीगढ़ में कर दिया गया था। नियमों व पत्नी की बीमारी का हवाला देकर निवेदन के बावजूद उनके तबादले में संशोधन नहीं किया गया।


केस - 3

वरिष्ठ सहायक अनिल गुप्ता का तबादला संशोधित करके जिला विद्यालय निरीक्षक गाजीपुर कार्यालय से राजकीय बालिका इंटर कॉलेज गहमर किया गया है, जबकि वहां पर पहले से ही अरविंद श्रीवास्तव वरिष्ठ सहायक पद पर कार्यरत हैं। 


केस-4

बीएसए कार्यालय बलिया में तैनात ब्रजेश सिंह का तबादला जीजीआईसी में किया गया था जबकि जीआईसी में होना चाहिए था। वह इस संशोधन के लिए परेशान हैं, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही।



शिक्षा विभाग में समूह ग कर्मियों के तबादलों में हुईं गड़बड़ियां सुधारने की प्रक्रिया पर रार दूर नहीं हो रही है। दो-दो बार जांच करके करीब सवा सौ से अधिक तबादलों में संशोधन हो चुके हैं। दो अधिकारियों व कई बाबुओं पर कार्रवाई हो चुकी है, लेकिन गड़बड़ियां की शिकायतें दूर नहीं हो रहीं। सेवानिवृत्त व दिव्यांग कर्मचारी भी शासनादेश के विरुद्ध हुए तबादले निरस्त कराने की गुहार लगा रहे हैं।


ऐसे प्रकरणों का खुलासा बीती 4 नवंबर को दूसरी संशोधित तबादलों की सूची जारी होने के बाद हुआ। यूपी एजुकेशनल मिनिस्टीरियल ऑफीसर्स एसोसिएशन केप्रांतीय महामंत्री राजेश चंद्र श्रीवास्तव के अनुसार ये स्थिति सिर्फ विभाग की मनमानी के कारण है।


जुलाई से तबादलों की गड़बड़ियां चिह्नित करके शिकायती पत्र दिए गए हैं। खुद विभाग के मंडलीय अधिकारियों ने कमियां आगे बढ़ाई हैं, लेकिन उनकी जांच नहीं हो रही। आश्वासन के बावजूद एसोसिएशन से कभी इन गड़बड़ियों पर चर्चा तक नहीं की गई। ये गलतियां सुधारने में भी अधिकारी मनमानी कर रहे हैं।


कई आपत्तियां अनुचित, कई पर मांगा है जवाब : अनिल भूषण
अपर शिक्षा निदेशक बेसिक अनिल भूषण चतुर्वेदी का कहना है कि तबादलों की गड़बड़ियां बहुत गहनता से परीक्षण के बाद दूर की गई हैं। बरेली जैसा कोई केस बचा है तो इसकी समय से सूचना नहीं मिली। इसके लिए मंडलीय अधिकारियों से जवाब मांगा जाएगा। बाकी आपत्तियां जबरन की जा रही हैं।  पद रिक्त न होने की जो बात सामने आ रही है, वहां डीआईओएस की रिपोर्ट पर तबादला किया गया है।




शिक्षा विभाग में 33 लिपिकों के तबादले संशोधित 


आशुलिपिक का तबादला राज्य ब्यूरो, प्रयागराज बेसिक और माध्यमिक शिक्षा : विभाग के कार्यालयों और स्कूलों में तैनात 33 लिपिक संवर्ग और आशुलिपिक संवर्ग के कर्मियों को तबादला किया गया है। बाराबंकी के डायट में तैनात वरिष्ठ सहायक पाटेश्वरी प्रसाद बाजपेयी का तबादला रद कर दिया गया है। 


दरअसल जून में 1045 कर्मियों का तबादला किया गया था। एक ही दफ्तर में पांच वर्ष या इससे अधिक समय तक तैनात रहे कर्मियों का तबादला किया गया था। 34 कर्मियों के तबादले ऐसे कार्यालयों में किए थे, जहां उनके संवर्ग के पद ही नहीं थे। इसलिए अब रिक्त पदों के अनुसार उनके तबादले किए गए हैं।

 अपर शिक्षा निदेशक अनिल भूषण चतुर्वेदी ने कहा कि जिन कर्मियों का तबादला हुआ है, वह तत्काल अपने नवीन तैनाती स्थल पर कार्यभार ग्रहण करें। कार्यभार ग्रहण न करने पर अनुशासनिक कार्यवाही की जाएगी।



लखनऊ। माध्यमिक व बेसिक शिक्षा विभाग के समूह ग के गड़बड़ तबादलों की दूसरी संशोधित सूची को शासन ने हरी झंडी दे दी है। करीब एक महीने परीक्षण के बाद शासन ने प्रस्तावित 33 में से 29 तबादलों को दुरुस्त करने का फैसला किया है। इनके अलावा पांच अन्य लिपिकों के तबादले जनहित का तर्क देकर किए गए हैं। प्रस्तावित संशोधन व नए तबादलों का आदेश शासन ने अपर शिक्षा निदेशक (बेसिक) अनिल भूषण चतुर्वेदी को भेज दिया है।


जो पांच तबादले जनहित के आधार पर किए गए हैं उनमें देवेंद्र कुमार श्रीवास्तव का महाराजगंज से डीआईओएस कार्यालय गोरखपुर तबादला एक सांसद व विधायक के अनुरोध पर किया गया है। दूसरे अशोक कुमार राव का जीआईसी सेवरही कुशीनगर से बीएसए कार्यालय कुशीनगर में अनुरोध व चिकित्सकीय आधार पर हुआ है। तीसरा बीएसए कार्यालय बरेली में तैनात ज्योति अग्रवाल का तबादला वहां पद रिक्त न होने से मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक कार्यालय बरेली किया गया है। अन्य दो में बीएसए कार्यालय मैनपुरी में तैनात कौशलेंद्र मिश्र और जीआईसी अमरोहा में तैनात चश्मुद्दीन खां का तबादला शिकायत पर किसी अन्य जिले में रिक्त पद पर करने का आदेश हुआ है।


इस तरह कौशलेंद्र को डीआईओएस कार्यालय फिरोजाबाद व चश्मुद्दीन खां को जीआईसी कैमरी रामपुर स्थानांतरित किया गया है। अपर शिक्षा निदेशक (बेसिक) ने शासन से मिले अनुमोदन के बाद 34 तबादलों की सूची जारी कर दी है। वहीं बाराबंकी के जीआईसी सिरौली गौसपुर में किया गया पाटेश्वरी प्रसाद वाजपेयी और जीजीआईसी मलिहाबाद में हुआ रामचंद्र प्रजापति का तबादला निरस्त किया गया है।

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