जासं,
लखनऊ : प्राथमिक स्कूलों व पूर्व माध्यमिक स्कूलों में मिड डे मील,
निशुल्क ड्रेस व निश्शुल्क किताबें आदि मिलने के बावजूद विद्यार्थियों का
रुझान पढ़ाई की ओर नहीं बढ़ रहा है। राजधानी में प्राथमिक स्कूलों व पूर्व
माध्यमिक स्कूलों में हर छठे विद्यार्थी की अनुपस्थित दर्ज की जा रही है।
यह जांच डीएम राजशेखर के आदेश पर खुद बीएसए प्रवीण मणि त्रिपाठी ने की है। सरकारी जांच रिपोर्ट में चौकाने वाला एक तथ्य और पाया गया है कि करीब 4500 से अधिक विद्यार्थी ऐसे हैं जिन्होंने दूसरे स्कूल में नाम लिखवा लिया है या फिर उनका परिवार कहीं और स्थानांतरित हो गया है। अब इनके नाम काटे जाने के आदेश दिए गए हैं। राजधानी में कुल 1369 प्राथमिक स्कूलों में 1.34 लाख विद्यार्थी पढ़ते हैं और इसमें से 24063 अनुपस्थित रहते हैं। वहीं 472 पूर्व माध्यमिक स्कूलों में कुल 42885 विद्यार्थी पढ़ते हैं और इसमें से 7214 अनुपस्थित रहते हैं। इस तरह हर छठा विद्यार्थी अनुपस्थित हो रहा है। डीएम ने हैरानी जताते हुए विद्यार्थियों की उपस्थिति बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अक्टूबर में दस फीसदी और नवंबर में कम से कम पांच फीसदी और उपस्थिति बढ़ाने का लक्ष्य दिया है।
यह जांच डीएम राजशेखर के आदेश पर खुद बीएसए प्रवीण मणि त्रिपाठी ने की है। सरकारी जांच रिपोर्ट में चौकाने वाला एक तथ्य और पाया गया है कि करीब 4500 से अधिक विद्यार्थी ऐसे हैं जिन्होंने दूसरे स्कूल में नाम लिखवा लिया है या फिर उनका परिवार कहीं और स्थानांतरित हो गया है। अब इनके नाम काटे जाने के आदेश दिए गए हैं। राजधानी में कुल 1369 प्राथमिक स्कूलों में 1.34 लाख विद्यार्थी पढ़ते हैं और इसमें से 24063 अनुपस्थित रहते हैं। वहीं 472 पूर्व माध्यमिक स्कूलों में कुल 42885 विद्यार्थी पढ़ते हैं और इसमें से 7214 अनुपस्थित रहते हैं। इस तरह हर छठा विद्यार्थी अनुपस्थित हो रहा है। डीएम ने हैरानी जताते हुए विद्यार्थियों की उपस्थिति बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अक्टूबर में दस फीसदी और नवंबर में कम से कम पांच फीसदी और उपस्थिति बढ़ाने का लक्ष्य दिया है।
खबर साभार : दैनिक जागरण
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