शिक्षामित्रों का समायोजन रद करने के हाईकोर्ट फैसले के बाद गोरखपुर-बस्ती मंडल में जहां आंदोलन तेज हो गया है वहीं सदमे से मरने वालों की संख्या मंगलवार को बढ़कर तीन हो गई। इसके अलावा कुशीनगर में एक शिक्षामित्र ने पानी की टंकी पर चढ़कर जान देने की कोशिश भी की। उधर, देवरिया में प्रदर्शन के दौरान एक शिक्षामित्र के बेहोश होने से हड़कंप मच गया।
शनिवार को हाईकोर्ट का फैसला आने के बाद सदमा लगने से सिद्धार्थनगर के इटवा क्षेत्र के समदालालपुर गांव निवासी शिक्षामित्र हेमन्त कुमार गुप्त की पत्नी ज्योति (24) को ऐसा सदमा लगा कि वह उठ नहीं सकीं। आनन-फानन में उन्हें गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया, जहां मंगलवार दिन में तीन बजे उनकी मौत हो गई।
इसी तरह बस्ती के विक्रमजोत ब्लाक के जीतियापुर प्राथमिक स्कूल पर तैनात शिक्षामित्र रामगनेश यादव की मां सत्यादेवी (55) की भी सोमवार रात में सदमे से मौत हो गई। रामगनेश के मुताबिक वह शनिवार से ही गुमशुम थीं।
कुशीनगर जिला मुख्यालय स्थित सुभाष चौक पर प्रदर्शन के दौरान एक महिला शिक्षामित्र पानी की टंकी पर चढ़ गई। किसी तरह साथी शिक्षामित्रों ने उन्हें नीचे उतारा।
उधर, देवरिया में जिले भर के शिक्षामित्र प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान साथियों को संबोधित करते समय एक शिक्षामित्र बेहोश हो गया। इससे हड़कंप मच गया।
उधर, दोनों मंडलों में ज्यादातर स्कूलों में लगातार दूसरे दिन भी पढ़ाई ठप रही और दिनभर धरना प्रदर्शन का दौर चलता रहा।
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