मोहनलालगंज : मोहनलालगंज के विकास खंड कार्यालय के स्वर्ण जयंती सभागार
में मंगलवार को शिक्षकों के बीच में दो खंड शिक्षा अधिकारियों में खूब बवाल
हुआ। दोनों अपने आपको मोहनलालगंज का खंड शिक्षा अधिकारी बताकर बैठक लेने
में जुटे थे। यहां पर शिक्षकों को जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान
(डायट) के प्रपत्र भरने की ट्रेनिंग के लिए बुलाया गया था। शिक्षक भी यहां
पर हैरान थे कि आखिर वह किसकी बात मानें।
ट्रेनिंग किनारे हो गई और दोनों खंड शिक्षा अधिकारियों के बीच घमासान इतना बढ़ गया कि मामला थाने तक पहुंच गया। एक खंड शिक्षा अधिकारी ने दूसरे खंड शिक्षा अधिकारी व साथ देने वाले शिक्षक पर पच्चीस हजार रुपये छीनने और सरकारी काम में बाधा डालने की रिपोर्ट थाने में दर्ज करवाई है। मंगलवार को मोहनलालगंज खण्ड विकास कार्यालय के स्र्वण जयंती सभागार में अध्यापकों को डायट प्रपत्र की जानकारी दी जा रही थी इस समय खण्ड शिक्षा अधिकारी राम नारायण यादव मौजूद थे कि तभी दूसरे खंड शिक्षा अधिकारी कमलेश सिंह मौके पर पहुंचकर खुद को वर्तमान खंड शिक्षा अधिकारी बताने लगे जिस पर दोनों अधिकारियों में आपस में कहासुनी हो गई। राम नारायण यादव का कहना था कि उन्हें तो सरोजनीनगर से यहां पर स्थानांतरित कर दिया गया है। जबकि कमलेश सिंह का कहना था कि उन्हें अभी तक स्थानांतरण का आदेश नहीं मिला है। ऐसे में वह यह बैठक तो वह ही लेंगे। इस पर राम नारायण यादव ने कहा कि बैठक तो वही लेंगे चाहे जो हो जाए। इसके बाद दोनों के बीच कहासुनी बढ़ गई। शिक्षकों ने हस्ताक्षेप कर कमलेश सिंह को हाल से बाहर कर दिया। इसके बाद कमलेश सिंह ने खंड शिक्षा अधिकारी राम नारायण, अध्यापक विनय कुमार व प्रधानाध्यापक मनोज मिश्र के खिलाफ पच्चीस हजार रूपये छीनने, मोबाइल और कार की चभी छीनने लेने व सरकारी काम में बाधा डालने का मामला दर्ज कराया।
ट्रेनिंग किनारे हो गई और दोनों खंड शिक्षा अधिकारियों के बीच घमासान इतना बढ़ गया कि मामला थाने तक पहुंच गया। एक खंड शिक्षा अधिकारी ने दूसरे खंड शिक्षा अधिकारी व साथ देने वाले शिक्षक पर पच्चीस हजार रुपये छीनने और सरकारी काम में बाधा डालने की रिपोर्ट थाने में दर्ज करवाई है। मंगलवार को मोहनलालगंज खण्ड विकास कार्यालय के स्र्वण जयंती सभागार में अध्यापकों को डायट प्रपत्र की जानकारी दी जा रही थी इस समय खण्ड शिक्षा अधिकारी राम नारायण यादव मौजूद थे कि तभी दूसरे खंड शिक्षा अधिकारी कमलेश सिंह मौके पर पहुंचकर खुद को वर्तमान खंड शिक्षा अधिकारी बताने लगे जिस पर दोनों अधिकारियों में आपस में कहासुनी हो गई। राम नारायण यादव का कहना था कि उन्हें तो सरोजनीनगर से यहां पर स्थानांतरित कर दिया गया है। जबकि कमलेश सिंह का कहना था कि उन्हें अभी तक स्थानांतरण का आदेश नहीं मिला है। ऐसे में वह यह बैठक तो वह ही लेंगे। इस पर राम नारायण यादव ने कहा कि बैठक तो वही लेंगे चाहे जो हो जाए। इसके बाद दोनों के बीच कहासुनी बढ़ गई। शिक्षकों ने हस्ताक्षेप कर कमलेश सिंह को हाल से बाहर कर दिया। इसके बाद कमलेश सिंह ने खंड शिक्षा अधिकारी राम नारायण, अध्यापक विनय कुमार व प्रधानाध्यापक मनोज मिश्र के खिलाफ पच्चीस हजार रूपये छीनने, मोबाइल और कार की चभी छीनने लेने व सरकारी काम में बाधा डालने का मामला दर्ज कराया।
खबर साभार : दैनिक जागरण
No comments:
Write comments