इलाहाबाद हाईकोर्ट के समायोजन संबंधी आदेश से दुखी शिक्षा मित्रों का विरोध प्रदर्शन सोमवार को उग्र हो गया। कक्षाओं के बहिष्कार और स्कूलों में तालाबंदी के बाद प्रदेश के विभिन्न ब्लॉकों और जिलो में सैकडों शिक्षामित्रों ने जमकर प्रदर्शन किया। इलाहाबाद हाईकोर्ट की ओर से समायोजन रद्द किए जाने के विरोध में शिक्षा मित्रों ने पूरे प्रदेश में प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने स्कूलों में कामकाज ठप कर दिया और जमकर नारेबाजी की।
कई जगहों पर एबीएसए के कार्यालयों का घेराव कर जमकर नारेबाजी की। फैजाबाद में शिक्षा मित्र एक दिवसीय सामूहिक अवकाश पर चले गए। उन्होंने बीआरसी कार्यालय पर धरना दिया और कहा कि प्रधानमंत्री व मानव संसाधन मंत्रालय को इस बारे में ज्ञापन भेजेंगे। सुलतानपुर व अमेठी में भी शिक्षा मित्रों ने स्कूल बंद कर विरोध जताया। बाराबंकी में आंदोलन जारी रखते हुए शिक्षा मित्र स्कूलों में नहीं गए। इस दौरान डायट में उन्होंने जमकर नारेबाजी की। यही हाल अम्बेडकरनगर में भी देखने को मिला। गुस्साए शिक्षामित्रों ने विद्यालयों में शिक्षण कार्य का बहिष्कार कर कलेक्ट्रेट पर धरना दिया। जबकि बहराइच में शिक्षा मित्रों ने सामूहिक अवकाश लेते हुए फैसले के खिलाफ नाराजगी जताई।
कुशीनगर के तमकुहीराज के 176 शिक्षा मित्रों ने राष्ट्रपति से इ्च्छामृत्यु की अनुमति मांगी। वे रास्ता जाम कर प्रदर्शन कर रहे हैं। गोरखपुर के एक तिहाई से अधिक स्कूलों में पढाई नहीं हो सकी। शिक्षा मित्र नगर निगम पार्क में रणनीति बना रहे हैं । यही हाल पpमी उत्तर प्रदेश का रहा। बिजनौर में शिक्षामित्र सभी ब्लाक संसाधन केन्द्रों (बीआरसी) पर आठ बजे पहुंचे और जबरदस्त प्रदर्शन किया। शिक्षामित्रों के कार्य बहिष्कार से बुनियादी शिक्षा की रीढ टूट गई हैं। लगभग 800 स्कूलों की शिक्षा प्रभावित हुई। सभी बीआरसी केन्द्रों पर शिक्षामित्रों ने प्रदर्शन किया।
सहारनपुर के गुणारसा बीआरसी पर शिक्षा मित्रों ने तालाबंदी की। अन्य सभी बीआरसी पर प्रदर्शन किया गया। बुलंदशहर में बीआरसी पर प्रदर्शन के बाद शिक्षा मित्र राजेबाबू पार्क में एकत्र हुए और आगे की रणनीति बनाई। बागपत में शिक्षामित्र विद्यालयों में तो गए लेकिन उन्होंने बच्चों को पढाया नहीं। दोपहर बाद वे मेरठ के लिए रवाना हो गए जहां के शिक्षामित्रों के साथ आगे की रणनीति बनाएंगे। मुजफ्फरनगर में बीआरसी पर शिक्षा मित्रों ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों में महिलाओं और लडकियों की भी काफी संख्या है। उन्होंने सडक पर लेटकर अपना विरोध जताया।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि 18 सितंबर के पहले उनकी कोशिश प्रधानमंत्री से मिलने की है। उनका कहना है कि समायोजन के संबंध में हुई तकनीकी त्रुटि दूर करने का अधिकार अब केन्द्र सरकार के पास है। लिहाजा, केन्द्र सरकार इस मामले में हस्तक्षेप कर सकती है। इसलिए प्रधानमंत्री से भी हस्तक्षेप का आग्रह किया जा रहा है। सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बनारस में रवीन्द्रपुरी स्थित जनसंपर्क कार्यालय पर पहुंचे और प्रदर्शन शुरू कर दिया। शिक्षामित्रों ने एलान किया कि अगले तीन दिन में मोदी ने मिलने का समय नहीं दिया तो 18 को पूरे प्रदेश से शिक्षा मित्र बनारस पहुचेंगे। 18 को ही मोदी बनारस आ रहे हैं। उधर, भदोही में भी शिक्षामित्रों ने बीजेपी सांसद वीरेंद्र सिंह का आवास घेरा और ज्ञापन सौंपा।
कई जगहों पर एबीएसए के कार्यालयों का घेराव कर जमकर नारेबाजी की। फैजाबाद में शिक्षा मित्र एक दिवसीय सामूहिक अवकाश पर चले गए। उन्होंने बीआरसी कार्यालय पर धरना दिया और कहा कि प्रधानमंत्री व मानव संसाधन मंत्रालय को इस बारे में ज्ञापन भेजेंगे। सुलतानपुर व अमेठी में भी शिक्षा मित्रों ने स्कूल बंद कर विरोध जताया। बाराबंकी में आंदोलन जारी रखते हुए शिक्षा मित्र स्कूलों में नहीं गए। इस दौरान डायट में उन्होंने जमकर नारेबाजी की। यही हाल अम्बेडकरनगर में भी देखने को मिला। गुस्साए शिक्षामित्रों ने विद्यालयों में शिक्षण कार्य का बहिष्कार कर कलेक्ट्रेट पर धरना दिया। जबकि बहराइच में शिक्षा मित्रों ने सामूहिक अवकाश लेते हुए फैसले के खिलाफ नाराजगी जताई।
कुशीनगर के तमकुहीराज के 176 शिक्षा मित्रों ने राष्ट्रपति से इ्च्छामृत्यु की अनुमति मांगी। वे रास्ता जाम कर प्रदर्शन कर रहे हैं। गोरखपुर के एक तिहाई से अधिक स्कूलों में पढाई नहीं हो सकी। शिक्षा मित्र नगर निगम पार्क में रणनीति बना रहे हैं । यही हाल पpमी उत्तर प्रदेश का रहा। बिजनौर में शिक्षामित्र सभी ब्लाक संसाधन केन्द्रों (बीआरसी) पर आठ बजे पहुंचे और जबरदस्त प्रदर्शन किया। शिक्षामित्रों के कार्य बहिष्कार से बुनियादी शिक्षा की रीढ टूट गई हैं। लगभग 800 स्कूलों की शिक्षा प्रभावित हुई। सभी बीआरसी केन्द्रों पर शिक्षामित्रों ने प्रदर्शन किया।
सहारनपुर के गुणारसा बीआरसी पर शिक्षा मित्रों ने तालाबंदी की। अन्य सभी बीआरसी पर प्रदर्शन किया गया। बुलंदशहर में बीआरसी पर प्रदर्शन के बाद शिक्षा मित्र राजेबाबू पार्क में एकत्र हुए और आगे की रणनीति बनाई। बागपत में शिक्षामित्र विद्यालयों में तो गए लेकिन उन्होंने बच्चों को पढाया नहीं। दोपहर बाद वे मेरठ के लिए रवाना हो गए जहां के शिक्षामित्रों के साथ आगे की रणनीति बनाएंगे। मुजफ्फरनगर में बीआरसी पर शिक्षा मित्रों ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों में महिलाओं और लडकियों की भी काफी संख्या है। उन्होंने सडक पर लेटकर अपना विरोध जताया।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि 18 सितंबर के पहले उनकी कोशिश प्रधानमंत्री से मिलने की है। उनका कहना है कि समायोजन के संबंध में हुई तकनीकी त्रुटि दूर करने का अधिकार अब केन्द्र सरकार के पास है। लिहाजा, केन्द्र सरकार इस मामले में हस्तक्षेप कर सकती है। इसलिए प्रधानमंत्री से भी हस्तक्षेप का आग्रह किया जा रहा है। सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बनारस में रवीन्द्रपुरी स्थित जनसंपर्क कार्यालय पर पहुंचे और प्रदर्शन शुरू कर दिया। शिक्षामित्रों ने एलान किया कि अगले तीन दिन में मोदी ने मिलने का समय नहीं दिया तो 18 को पूरे प्रदेश से शिक्षा मित्र बनारस पहुचेंगे। 18 को ही मोदी बनारस आ रहे हैं। उधर, भदोही में भी शिक्षामित्रों ने बीजेपी सांसद वीरेंद्र सिंह का आवास घेरा और ज्ञापन सौंपा।
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