बुलंदशहर : मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राष्ट्रपति पुरस्कार दिलाने में किए गए फर्जीवाड़े की जांच का आदेश दिया है। यह जांच प्रमुख सचिव (माध्यमिक शिक्षा) करेंगे।
मामला अगौता क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय नगला शेख का है। यहां के प्रधानाध्यापक हुकुम सिंह की फाइल को 2013 में जिला पुरस्कार चयन समिति ने निरस्त कर दिया था, लेकिन उसी फाइल को शिक्षा विभाग के अफसरों ने साठगांठ कर दोबारा शासन को भेज Uदिया जिससे अपात्र होते हुए भी शिक्षक हुकुम सिंह को 2015 में राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए चयनित कर लिया गया। इस मामले को दैनिक जागरण ने प्रमुखता से उठाया तो गूंज लखनऊ तक पहुंची। एक सप्ताह पहले राष्ट्रपति भवन ने प्रदेश के शिक्षा सचिव को जांच के आदेश दिए थे।
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