बाराबंकी । बेसिक शिक्षा विभाग में सहायक अध्यापक पद पर समायोजन से वंचित जिले के करीब साढ़े तीन सौ शिक्षामित्रों के सामने एक समय की रोटी का संकट उत्पन्न हो गया है। अप्रैल 2015 से इन शिक्षामित्रों को विभाग से मानदेय ही नहीं मिला। इसी बकाए मानदेय को देने की मांग को लेकर सोमवार को शिक्षामित्र संघर्ष मोर्चा ने नगर के गन्ना कार्यालय परिसर में प्रदर्शन किया। इसके अलावा अफसरों पर उत्पीड़न का आरोप भी लगाया।
मोर्चा के अध्यक्ष संजय शर्मा, उपाध्यक्ष राजवीर सिंह व मंत्री अखिलेश वर्मा व उमेश यादव के नेतृत्व में जिले भर से जुटे शिक्षामित्रों ने धरना भी दिया। मोर्चा की ओर से यह भी कहा गया कि जिन शिक्षामित्रों का दूरस्थ बीटीसी के दो वर्षीय प्रशिक्षण के पूर्ण होने के उपरांत सहायक अध्यापक पद पर समायोजन हो गया है, उनके वेतन चार-चार माह से बकाया हैं। प्रदर्शन में आनंद प्रताप सिंह, जेबा परवीन, लक्ष्मी यादव, प्रदीप मिश्र, विनोद मिश्र, रामधन यादव, मो. इरफान, संजय वर्मा, रूद्रप्रताप पांडेय ज्ञानेंद्र पाठक, धर्मेंद्र मिश्र रहे।
डीएम ने की बातचीत, दिया आश्वासन
डीएम योगेश्वर राम मिश्र ने आंदोलनकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल को बातचीत के लिए बुलाकर समस्या सुनी। डीएम ने कहा कि संवर्ग कर्मियों के साथ उनकी संवेदना है। साथ ही जल्दी बीएसए, वित्त एवं लेखाधिकारी तथा प्राचार्य जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान को बुलाकर समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया।
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