जिलों में शुरू हो गई 15 हजार शिक्षकों की नियुक्ति के लिए काउंसिलिंग
इलाहाबाद : एक से बढ़कर एक डिग्रियां हासिल करने वाले भावी मास्साब काउंसिलिंग की परीक्षा में फेल नजर आए। सोमवार को शिक्षा विभाग के अफसरों ने जब युवाओं को वह फार्म मुहैया कराया जिसमें उन्हें अपनी ही पूरी जानकारी भरना था, तो उसे भरने में भी उन्हें बगले झांकनी पड़ी, और तो और तमाम कालम भरने से पहले वह अफसरों से परामर्श लेते दिखे। यह जरूर है कि एक ही दिन काउंसिलिंग होने के कारण जिलों बड़ी संख्या में अभ्यर्थी पहुंचे और कुछ जगहों पर तो देर शाम तक प्रक्रिया जारी रही।
बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक स्कूलों में 15 हजार सहायक अध्यापकों की भर्ती की प्रक्रिया सोमवार से प्रदेश भर में शुरू हो गई है, हालांकि अभ्यर्थियों को इसके लिए करीब एक बरस तक इंतजार करना पड़ा। इस भर्ती का शासनादेश 9 दिसंबर 2014 को ही जारी हुआ था और तीन बार अभ्यर्थियों से आवेदन लिए गए। शासन के फरमान पर सचिव बेसिक शिक्षा परिषद संजय सिन्हा ने 26 अक्टूबर से काउंसिलिंग शुरू कराने का निर्देश जारी किया था। दो चरणों में होने वाली काउंसिलिंग के पहले दिन ही जिलों में बड़ी तादाद में अभ्यर्थी पहुंचे। उन्हें अपने मूल प्रमाणपत्र दिखाने के साथ ही एक फार्म को भरकर देना था।
इस फार्म में उन्हें अपनी पूरी जानकारी देनी थी। मसलन, नाम, पिता का नाम, पता, जन्मतिथि, शैक्षिक योग्यता आदि-आदि। इसी को भरने में अभ्यर्थी हलकान रहे। कुछ कालम को भरने से पहले अभ्यर्थी साथियों से सलाह लेते दिखे तो कुछ अफसरों से पूछकर इसे भर रहे थे। वैसे काउंसिलिंग कराने वाले अधिकांश अभ्यर्थियों की प्रोफाइल काफी अच्छी थी यानी वह तमाम प्रकार की डिग्रियां हासिल किए थे, फिर भी मूलभूत जानकारियों का अभाव होने पर उनकी योग्यता पर सवाल जरूर उठे। इलाहाबाद समेत कई जिलों में में इतने अधिक अभ्यर्थी काउंसिलिंग में पहुंचे कि देर शाम तक प्रक्रिया जारी रही।
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