एक पद पर 107 दावेदार होने से छूटे पसीने
लखनऊ : राजधानी में प्राइमरी स्कूलों में सहायक अध्यापकों के दस पदों के सापेक्ष सोमवार को काउंसिलिंग करवाने 1079 अभ्यर्थी बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पहुंच गए। एक-एक पद पर करीब 107 दावेदार होने के कारण काउंसिलिंग करने में ही बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के पसीने छूट गए। बीटीसी प्रशिक्षण पूरा करने वाले अभ्यर्थियों के भारी संख्या में सहायक अध्यापक पद पर नौकरी के लिए काउंसिलिंग में पहुंचने से अफरा-तफरी और हंगामे के बीच किसी तरह दस पदों पर करीब बीस अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग की गई और उनके डॉक्युमेंट जमा हुए। भारी संख्या में पहुंचे अभ्यर्थियों ने जब अपने-अपने डॉक्युमेंट जमा करने की मांग की तो काउंसिलिंग करवा रहे कर्मचारियों से उनकी तीखी बहस भी हुई मगर शांति व्यवस्था बनी रहे इसलिए अभ्यर्थियों की उपस्थिति हस्ताक्षर करवाकर दर्ज करवा ली गई।
शिक्षा भवन में स्थित जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में सोमवार को सुबह ग्यारह बजे भारी संख्या में अभ्यर्थियों के काउंसिलिंग में पहुंचने से स्थिति को संभालना ही मुश्किल हो गया। बीएसए प्रवीण मणि त्रिपाठी ने मुख्य द्वार पर की काउंसिलिंग के लिए रजिस्ट्रेशन करवाने की व्यवस्था कर रखी थी। यहां दस सीटों के मुकाबले दोगुने अभ्यर्थियों की ही काउंसिलिंग होनी थी लेकिन बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों के पहुंचने से यहां पर व्यवस्था धराशायी हो गई। बीटीसी का प्रशिक्षण पूरा करने वाले अभ्यर्थियों से कई बार लाइन में ही रहने की गुजारिश की गई लेकिन बार- बार लाइन टूटने के कारण यहां पर हंगामा होता रहा।
पूरे प्रदेश में बीटीसी प्रशिक्षण पूरा करने वाले अभ्यर्थियों को करीब 15 हजार शिक्षकों के पदों पर भर्ती किया जाना है। राजधानी में मात्र दस पद ही सहायक अध्यापकों के हैं और यहां पर जो कटऑफ तय हुआ उसमें करीब 1079 अभ्यर्थी काउंसिलिंग के लिए अर्ह हो गए। यहां पर सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों का कटऑफ 77 प्रतिशत, ओबीसी का 75 प्रतिशत व एससी कैटेगरी का 74 प्रतिशत गया है। फिलहाल काउंसिलिंग में दस सीटों के मुकाबले दोगुने अभ्यर्थियों को शामिल किया गया है।
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