उरई। अपने-अपने तैनाती वाले स्कूलों से सालों से नदारद रहने वाले शिक्षकों के
खिलाफ कार्रवाई की तलवार चलाते हुए बीएसए राजेश वर्मा ने पूरी तैयारी कर ली
है। कई सालों से स्कूल न जाने वाले शिक्षकों की नौकरी जा सकती है। एक
दर्जन शिक्षक शिक्षिकाओं को 15 दिन पहले मान्यता समाप्ति के लिए नोटिस जारी
करके बीएसए ने स्पष्टीकरण मांगा था लेकिन उनके द्वारा स्पष्टीकरण न देने
पर अब अपने स्कूल से नदारद शिक्षकों की नौकरी पर तलवार लटक रही है।
बीते दिनों जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने कई सालों से स्कूल न जाने वाले तथा लापरवाही पर सख्त कार्रवाई अमल में लाते हुए दो शिक्षकों को सेवा समाप्ति का कारण बताओ नोटिस जारी किया था। जिसमें विकास खण्ड कुठौंद के उच्च प्राथमिक विद्यालय जमलापुर जुन्नारदार में तैनात सहायक अध्यापिका गुंजन श्रीवास्तव विद्यालय में विगत कई सालों से अनुपस्थित चल रही थीं।
बीते दिनों जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने कई सालों से स्कूल न जाने वाले तथा लापरवाही पर सख्त कार्रवाई अमल में लाते हुए दो शिक्षकों को सेवा समाप्ति का कारण बताओ नोटिस जारी किया था। जिसमें विकास खण्ड कुठौंद के उच्च प्राथमिक विद्यालय जमलापुर जुन्नारदार में तैनात सहायक अध्यापिका गुंजन श्रीवास्तव विद्यालय में विगत कई सालों से अनुपस्थित चल रही थीं।
वहीं सहायक अध्यापक दुर्गेंद्र कुमार गुप्ता पर कार्रवाई करते हुए अनुपस्थिति के सम्बन्ध में अपना जवाब तथ्यात्मक साक्ष्यों सहित एक सप्ताह के अन्दर प्रस्तुत करने का नोटिस जारी करते हुए कहा था। वहीं कई शिक्षकों को नोटिस जारी करके स्पष्टीकरण न देने पर मान्यता समाप्ति का बीएसए ने नोटिस जारी किया था। जिसमें महेबा ब्लॉक के कन्या प्राथमिक विद्यालय मड़ैया में तैनात शिक्षिका दिव्या द्विवेदी दो साल से, जालौन ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय हीरापुर में तैनात शिक्षिका अभिलाषा चौधरी दो साल से तथा इसी स्कूल की दूसरी शिक्षिका दीप्ति शाक्य तीन साल से स्कूल नहीं पहुंचीं। नदीगांव ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय गणोश नगर में दयानंद सागर, प्राथमिक विद्यालय चमरउआ में तैनात शिक्षिका शिखा वर्मा पांच साल से व प्राथमिक विद्यालय रुदावली की शिक्षिका नीलम गुप्ता तीन साल से स्कूलों से नदारद हैं। उधर डकोर ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय ककहरा में तैनात शिक्षक शिव कुमार सोनी तीन साल से, प्राथमिक विद्यालय रमपुरा की शिक्षिका निवेदिता त्रिपाठी दो साल से स्कूल नहीं पहुंचीं।
उधर माधौगढ़ ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय छतारेपुर में तैनात शिक्षक आशुतोष तीन साल से तथा कोंच ब्लॉक के उच्च प्राथमिक विद्यालय बिरगुवां के शिक्षक सुधांश सिंह दो साल से स्कूल से नदारद हैं। वहीं रामपुरा ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय भिटारा की शिक्षिका कीर्तिलता तीन साल से अपने स्कूल से नदारद हैं।
इन शिक्षकों को बीते दिनों जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राजेश कुमार वर्मा ने सेवा समाप्ति के लिए कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए स्पप्ष्टीकरण मांगा था। जिसके न देने पर कार्रवाई की स्पष्ट चेतावनी दी गई थी। लेकिन रसूखदार शिक्षक शिक्षिकाओं ने बीएसए को सेवा समाप्ति के नोटिस के बाद भी स्पष्टीकरण की कोई जरूरत नहीं समझी।
इस पर विभागीय कार्रवाई को आगे बढ़ाते हुए बीएसए ने स्कूल से नदारद इन लापरवाह शिक्षकों की सेवा समाप्ति की कार्रवाई की कवायद शुरू कर दी है। जल्द ही उक्त शिक्षकों पर सेवा समाप्ति की गाज गिर सकती है।
खबर साभार : अमर उजाला
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