इलाहाबाद : इस बार फिर सर्दियों में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की छात्रओं को ठिठुरना पड़ेगा क्योंकि यहां पर लाखों रुपये के सोलर वाटर गीजर खराब पड़े हैं। ऐसे में उन्हें कड़ाके की ठंड में भी ठंडे पानी से ही काम चलाना पड़ेगा।
जिले के 20 विकास खंडों में से 16 में स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में गीजर लगवाए गए थे। इनमें चाका, मांडा, जसरा, उरुवा, मेजा, कोरांव, कौधियारा, सैदाबाद, बहादुरपुर, फूलपुर, बहरिया, मऊआइमा, सोरांव, होलागढ़, हंडिया तथा प्रतापपुर शामिल हैं। बेसिक शिक्षा विभाग ने शैक्षिक सत्र 2012 में इसे लगाने की जिम्मेदारी नेडा को सौंपी थी। इस कार्य में 40 लाख से अधिक की धनराशि खर्च हुई थी। एक सौर ऊर्जा गीजर की लागत 2.65 लाख रुपये आई थी। अधिकारियों को गीजर ठीक कराने के संबंध में पत्र लिखा गया। बावजूद, स्थिति जस की तस बनी हुई है। सर्दी शुरू हो गई है। छात्रओं को गर्म पानी नहीं उपलब्ध हो रहा है। इससे उन्हें परेशानी हो रही है।
नेडा के परियोजना अधिकारी राजमणि पांडेय का कहना है कि कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में लगे सोलर वाटर गीजर खराब हैं इसकी जानकारी मुङो नहीं है।
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