बूथ में हार्टअटैक से पीठासीन अधिकारी की मौत :
बदकी, (फतेहपुर)
मलवां ब्लाक के जाफराबाद ग्राम पंचायत में चुनाव के लिए पोलिंग पार्टी के साथ बूथ पहुंचे पीठासीन अधिकारी की हालत अचानक बिगड़ गई। 108 एंबुलेंस से तुरंत सीएचसी लाया गया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
कानपुर नगर थाना महराजपुर के गांव नवोदय नगर के रहने वाले मयंक उत्तम (35) फतेहपुर के हस्वा ब्लाक के प्राथमिक पाठशाला मोगरीबाग में प्रधानाध्यापक पद पर तैनात थे। शनिवार को पंचायत चुनाव में उनको पीठासीन अधिकारी के पद पर चुनाव ड्यूटी में मलवां ब्लाक के जाफराबाद गांव में बूथ संख्या 104 में तैनात किया गया।
ब्लाक से पोलिंग पार्टी को गाड़ी बूथ पर छोड़ कर गई। कुछ देर बाद पीठासीन अधिकारी की अचानक तबीयत बिगड़ी और सीने में तेज दर्द के साथ सांस लेने में दिक्कत की शिकायत की। इस पर पोलिंग पार्टी के अन्य कर्मचारियों ने अधिकारियों को सूचना दी। दिक्कत बढ़ने पर पीठासीन अधिकारी को सायं सवा चार बजे गंभीर बेसुध हालत में सीएचसी लाया गया, यहां पर चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार शुरू किया। लेकिन दस मिनट बाद पीठासीन अधिकारी को मृत घोषित कर दिया गया।
सीएचसी के चिकित्साधीक्षक डा. इश्तियाक अहमद ने बताया मौत का कारण प्रथम दृष्टया हार्ट अटैक लग रहा है। स्थिति उस समय असहज हो गई जब सूचना पर आए भाई अभिषेक की हालत बिगड़ गई। भाई का शव देखकर वह बेहोश होकर गिर पड़ा। होश न आने की स्थिति में चिकित्सकों ने भर्ती कर इलाज शुरू किया। अन्य परिजनों के आने पर कोहराम मच गया।
पीठासीन अधिकारी की मौत की सूचना पर डीएम राजीव रौतेला, एसपी राजीव मल्होत्रा, सीडीओ रामाश्रय, एसडीएम जेएन सचान, सीओ रवींद्र वर्मा सहित जिले के अन्य आला अफसर सीएचसी पहुंचे।सूचना पर पीठासीन अधिकारी के परिजन भी पहुंच गए। डीएम ने रात में ही शव का पोस्टमार्टम कराए जाने के सीएमओ को आदेश दिए।
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डीएम ने बंधाया ढांढस, दस लाख मिलेगी बीमा राशि ;
बदकी : डीएम राजीव रौतेला ने सीएचसी में बातचीत के दौरान माना कि शिक्षक मयंक उत्तम की मौत चुनाव ड्यूटी के दौरान हुई है। शिक्षक के आश्रितों को चुनाव आयोग से मिलने वाली 10 लाख रुपए की मुआवजा राशि मिलेगी। इसके अलावा अन्य विभागीय जो भी क्षतिपूर्ति मिलनी होगी वह अलग होगी।
कानपुर नगर के थाना महराजपुर के नवोदय नगर के रमेश चंद्र उत्तम की संतानों में मयंक ही सबसे बड़ा था। मयंक के बाद बेटी प्रियंका फिर बेटा अभिषेक है। मयंक वर्ष 2009 शिक्षक बना, तो परिवार के सपने परवान चढ़ने लगे। मंयक की शादी तीन साल पहले जहानाबाद थाने के कलाना गांव निवासी मोती लाल उत्तम की पुत्री अनुभा के साथ हुआ। दोनों से एक डेढ़ वर्ष का बेटा प्रबल उत्तम है।
सीएचसी में मयंक के चाचा सुधीर उत्तम और मां सुशीला ने भी मयंक को कभी किसी प्रकार की कोई दिक्कत न होने की बात बताई।
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शिक्षा विभाग में शोक की लहर ;
हसवा ब्लाक की प्राथमिक पाठशाला मोगरीबाग में प्रधानाध्यापक पद पर तैनात रहे मयंक उत्तम की चुनाव ड्यूटी दौरान हुई मौत से विभाग में शोक की लहर दौड़ गई। ब्लाक व जिले के शिक्षाधिकारियों समेत कई शिक्षक नेता शिक्षक को देखने सीएचसी बदकी पहुंचे। कानपुर से आए परिजनों को ढांढस बंधाया।
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