लखनऊ (ब्यूरो)। आचार संहिता उल्लंघन के दो बड़े मामलों में प्रशासन ने आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। माल के गोरैया गांव में स्कूली बच्चों से चुनाव प्रचार कराने वाले एक प्रधानाध्यापक को बीएसए ने निलंबित कर माल बीआरसी से संबद्ध किया है। साथ ही मामले की जांच बीडीओ को सौंपी है।
मलिहाबाद ब्लॉक की ग्राम पंचायत हेमरापुर में प्रधान पद की प्रत्याशी व निवर्तमान प्रधान रईसुननिसा और उनके पति के खिलाफ शौचालय बनवाने के लिए अधिसूचना से पहले स्वीकृत राशि के चेकों का वितरण कराने को आचार संहिता का उल्लंघन माना गया है। इसके बाद डीएम के निर्देश पर मलिहाबाद थाने में ग्राम सचिव कृष्ण कुमार की तहरीर पर एफआईआर दर्ज कराई गई है। ग्राम सचिव ने बताया है कि चेक संख्या 000201 से लेकर 000300 तक कोई भी चेक उनके हस्ताक्षर से जारी नहीं हुआ है। ग्राम पंचायत अधिकारी का आरोप है कि उक्त चेक प्रधान पद प्रत्याशी रईसुननिसा की तरफ से फर्जी हस्ताक्षर के आधार पर तैयार कर बांटे गए हैं। दूसरा मामला माल ब्लॉक के गोरैया जगदीशपुर ग्राम पंचायत का है। यहां मंगलवार को प्रधान पद के एक प्रत्याशी के चुनाव निशान के साथ स्कूली बच्चों का जुलूस निकाल कर प्रचार प्रसार किया गया। इस मामले में भी माल थाने में आरोपी प्रधान पद प्रत्याशी शिव बालक रावत सहित इसमें सहयोग करने वाले चार अन्य साथियों के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई शुरू की है। डीएम के निर्देश पर बीएसए ने प्राथमिक विद्यालय के आरोपी प्रधानाध्यापक संतोष कुमार को निलंबित कर मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
उधर, निगोहां के उतरावा गांव निवासी महिला प्रधान प्रत्याशी महेश्वरी देवी व उनके समथर्क अजीत व अमरेश बिना अनुमति के करीब 150 लोगों को लेकर जनसभा व लाउडस्पीकर बजा रही थी। मामले में एसओ अरुण प्रताप सिंह ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।
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