'मैं सरकारी स्कूल में पढ़ा हूं। तब क्लास 1 से 4 तक पढ़ाने के लिए चार ही टीचर होते थे और पढ़ाई का स्तर उच्च था। अब उन्हीं स्कूलों में 1 से 4 क्लास तक 12 टीचर पढ़ा रहे हैं। लेकिन पढ़ाई का स्तर निम्न दर्जे का है। अगर ऐसा ही होता रहा तो आने वाले समय में प्राइमरी स्कूलों से टैलेंटेड बच्चे निकलना बंद हो जाएंगे'। इसलिए हमें देश में प्राइमरी स्कूलों की पढ़ाई के स्तर को ऊंचा उठाने की सख्त जरूरत है। यह बात लखनऊ यूनिवर्सिटी के वीसी प्रफेसर एसबी निमसे ने कही। प्रो. एसबी निमसे बुधवार को आई केयर इंडिया की ओर से इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में सरकारी प्राथमिक विद्यालयों का रूपांतरण विषय पर आयोजित कार्यशाला 'अंकुरम' में लोगों को संबोधित कर रहे थे।
आयोजन के मुख्य अतिथि राज्य मंत्री अभिषेक मिश्रा ने कहा कि मुझे आई केयर इंडिया के प्रॉजेक्ट का कॉन्सेप्ट काफी पसंद आया। यूपी सरकार की ओर से जो हो सकेगा मैं इसके लिए करूंगा। यूपी के एनसीसी के अडिशनल कमिश्नर लेफ्टिनेंट कर्नल अमिताभ कुमार ने कहा कि आई केयर प्राइमरी लेवल में एनसीसी वॉलेंटियर्स के जरिए जो काम कर रहा है वह सराहनीय है। जुलाई में शुरू हुए इस कार्यक्रम में अब तक डिग्री कॉलेज, पोस्ट डिग्री कॉलेज, एनसीसी को मिलाकर 2 हजार वालेंटियर्स प्राइमरी स्कूलों में बच्चों पर काम कर रहे हैं।
शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय के वीसी प्रो. निशीथ राय ने कहा कि सरकार के प्रयासों से शिक्षकों की कमी नहीं है। इसके बावजूद पढ़ाई का स्तर गिरता जा रहा है। हमें कार्पोरेट सेक्टर के साथ पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर को भी जोड़ते हुए प्राइमरी शिक्षा में सुधार करने होंगे। इस मौके पर विशिष्ट अतिथि युवा एवं खेलकूद मंत्रालय के सचिव राजीव गुप्ता ने कहा कि प्राइमरी स्कूलों के बच्चों का स्तर उठाने के लिए जो भी जरूरी होगा वह किया जाएगा। इससे पहले लोहिया पार्क चौराहे से इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान तक छात्रों ने वाकाथन किया, जिसकी शुरुआत जिलाधिकारी राजशेखर ने झंडी दिखाकर की।
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