बाराबंकी। बेसिक शिक्षा विभाग में अध्ययनरत स्पेशल स्टूडेंट्स को स्कूल लाने व वापस घर ले जाने के लिए 250 प्रति माह दिए जाएंगे। यह व्यवस्था इसी सत्र से शुरू हो गई है।
सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में अध्ययनरत पूर्णतयाः दृष्टिबाधित व मानसिक मंदित स्टूडेंट्स पर सरकार मेहरबान हुई है। ऐसे स्टूडेंट्स बीच सत्र में स्कूल न छोड़ें व इनकी अटेंडेंस बढ़ सके, इसलिए यह व्यवस्था लागू की गई है। यह धनराशि सीधे स्टूडेंट के बैंक खाते में दी जाएगी। यह कार्य स्टूडेंट का सहपाठी करेगा तो उसे यह धनराशि भी दी जा सकेगी।
70 फीसदी अटेंडेस जरूरी : इस धनराशि का भुगतान उन्हीं स्टूडेंट्स को किया जाएगा, जिनकी अटेंडेंस कम से कम 70 फीसदी होगी। इस योजना का लाभ देने के लिए विभाग ने सभी गंभीर मानसिक मंदित व पूर्णतया दृष्टिबाधित स्टूडेंट्स की अटेंडेस को वैरीफाई करना शुरू कर दिया है।
5119 हैं स्पेशल चाइल्ड : गत वर्ष के विभागीय सर्वे के अनुसार जिले में 5119 स्पेशल चाइल्ड हैं। इनमें से 4945 का नामांकन बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में है। अध्ययनरत स्पेशल चाइल्ड 11 नेचर में विभाजित हैं। इसमें विजुअल इम्पेयरमेंट, लो विजन, हियरिंग इम्पेयरमेंट, स्पीच इम्पेयरमेंट, मेंटल, लर्निंग, मल्टीडीसेबिल्टी आदि हैं। अभी एक स्थल पर अध्ययन के प्रबंध महज 120 स्पेशल चाइल्ड के लिए ही हैं। शेष की पढ़ाई सामान्य स्कूलों में पंजीकरण कराकर हो रही है। ब्लॉक स्तर पर नियुक्त स्पेशल टीचर के माध्यम से इनकी पढ़ाई होती है।
स्पेशल चाइल्ड बच्चों को स्कूल लाने व वापस ले जाने के लिए सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत स्क्वायड एलाउंस की व्यवस्था की गई है। यह लाभ केवल शतप्रतिशत ब्लाइंड व सीवियर माडरेट स्टूडेंट्स को ही मिलेगा। 70 फीसदी अटेंडेस के ऐसे स्टूडेंट्स की पहचान शुरू कर दी गई है।- सुधा जायसवाल, जिला समन्वयक, समेकित शिक्षा, बाराबंकी
खबर साभार : नवभारत
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