मानदेय को शिक्षकों ने किया प्रदर्शन
तीन वर्षों से रुका हुआ मानदेय दिलाने की मांग
जागरण संवाददाता, रामपुर : बाल श्रम विद्यालयों के शिक्षकों ने तीन वर्षों से मानदेय न मिलने पर रोष जताया है। इसको लेकर उन्होंने प्रदर्शन किया। बाद में जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन सौंपा। शिक्षकों ने मानदेय का भुगतान कराने की मांग की है।1मंगलवार को सभी बालश्रम स्कूलों के शिक्षक एकत्र होकर बाल श्रम कार्यालय आ गए। इसके बाद नारेबाजी कर प्रदर्शन करने लगे। कुछ देर प्रदर्शन के बाद उन्होंने जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन सौंपा। उनका कहना था कि 67 विशेष बाल श्रम विद्यालयों में कार्यरत अध्यापकों को पिछले तीन वर्षों से मानदेय नहीं मिला है, जबकि 21 विशेष बाल श्रम विद्यालयों के शिक्षकों को अक्टूबर 2009 से मार्च 2011 तक का भी मानदेय नहीं मिला है। वहीं, 46 विशेष बाल श्रम विद्यालय के शिक्षकों को छह माह का मानदेय नहीं मिला है। ऐसे में बालश्रम स्कूलों के शिक्षक आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। शिक्षकों के परिवार भुखमरी की कगार हैं। इसको लेकर लगातार मांग भी की जा रही, लेकिन अफसर कोई ध्यान नहीं दे रहे। उन्होंने शीघ्र ही स्टाफ को मानदेय दिलाने की मांग की है। इकराम अली खां, हेमलता पांडेय, जरीना बी, नईम अहमद, शकील अहमद, जलील अहमद, खदीजा बी, जाकिर, सुरेन्द्र कौर, बाबूराम, सिमरन खान, नाजनीन खान, माला अग्रवाल, मंसूब अली खां, शाजिया खान, रचना, सीमा रहीं।नारेबाजी करते बाल श्रमिक विद्यालयों के शिक्षक।
समायोजित शिक्षकों को वेतन दिलाया जाए
रामपुर, जासं: उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के कार्यकर्ताओं ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को भेजे ज्ञापन में कहा कि सत्यापन आख्या प्राप्त न होने के कारण सैकड़ों समायोजित शिक्षकों को वेतन नहीं दिया जा रहा है। बहुत सी सत्यापन आख्याएं डाक में हैं, जो एक दो दिन में प्राप्त होने की संभावना है। शिक्षक पिछले आठ माह से बिना वेतन के काम कर रहे हैं। उन्होंने मांग की कि समायोजित शिक्षकों का शपथ पत्र लेकर उन्हें वेतन दिलाया जाए। जिलाध्यक्ष कैलाश बाबू जिला मंत्री आंनद प्रकाश शर्मा, अब्दुल अलीम खां, हरिराम दिवाकर, दिलशाद वारसी, महेंद्र प्रताप सिंह, रवेंद्र गंगवार, सत्यदेव शर्मा, सईदुज्जफर रहमानी, सुरेश सक्सैना, अजीत श्रीवास्तव, तहसीन आलम आदि के हस्ताक्षर हैं।
साभार : दैनिक जागरण
मानदेय के लिए कर्मचारियों का प्रदर्शन, ज्ञापन सौंपा
रामपुर(ब्यूरो)। विशेष बाल श्रमिक विद्यालयों के कर्मचारियों ने मानदेय को लेकर प्रदर्शन किया। साथ ही जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया। श्रमिकों का कहना था कि स्कूल बंद होने पर उन्हें समायोजित किया जाए।
विद्यालयों के कर्मचारी परियोजना कार्यालय पर पहुंचे और प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के बाद जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया। उसमें कहा कि श्रमिकों को कई महीने का मानदेय नहीं मिला है। स्कूल बंद करने की भी घोषणा कर दी गई है। डीएम से मानदेय दिलाने और स्कूल बंद होने की स्थिति में शिक्षा विभाग में समायोजित करने की मांग की।
बाद में श्रमिक विकास भवन पहुंचे और यहां भी प्रदर्शन किया। ज्ञापन देने वालों में इकराम अली खां सत्यपाल, जरीना बी, हेमलता पांडे, दौलत सिंह, शाहिदा बी, उजमा, नईम अहमद, मो. असलम, जीनत बी, इकराम खां, नूर सबा, तौसीफ अहमद, मीना, तबस्सुम, ताहिर, राजेश्वरी, नौरीन जहां, फरहाना, चंद्रशेखर, शाजिया, मंसूब अली खां, हरीश त्यागी शामिल थे।
साभार : अमर उजाला
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