परिषदीय स्कूलों की नहीं बदली तस्वीर
रामपुर। बेसिक शिक्षा विभाग सालभर शिक्षकों की भर्ती करता रहा, लेकिन प्राथमिक शिक्षा की तस्वीर नहीं बदल पाई। इस साल कोई नया स्कूल नहीं खोला जा सका। विभागीय अफसर सिर्फ इसी बात पर सुकून महसूस कर रहे हैं कि अब जिले में कोई स्कूल शिक्षकों की कमी के चलते बंद नहीं है। परिषदीय स्कूलों की हालत सुधारने के लिए कोशिशें की गई, लेकिन स्थानीय स्तर पर कोई खास उपलब्धि विभाग के पास नहीं है। शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए दो बैच के 2200 शिक्षामित्रों को शिक्षक पद पर समयाोजित किया गया। इसके अलावा करीब छह सौ शिक्षकों की तैनाती परिषदीय स्कूलों में की गई। इसी तरह उच्च प्राथमिक स्कूलों में भी शिक्षकों की तैनाती की गई। गणित व विज्ञान के शिक्षक रखे गए। साल भर शिक्षकों की भर्ती होती रही,लेकिन बात जब शिक्षा में सुधार की आई तो वही ढाक के तीन पात। स्कूलों में आज भी शिक्षक समय से नहीं पहुंच रहे हैं। पुरानों को देख नए शिक्षकों ने भी पुराना ढर्रा अपना लिया है। कई-कई दिन तक स्कूल नहीं पहुंचते। छापे के दौरान गैर हाजिर मिले शिक्षकों में नए शिक्षकों की संख्या भी कम नहीं रही।
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