रोस्टर से प्रशिक्षु शिक्षकों को मिलेंगे विद्यालय
नियुक्ति में पारदर्शिता न पाए जाने पर डीएम ने गठित की तीन सदस्यीय अफसरों की टीम
सड़क किनारे विद्यालयों में महिला प्रशिक्षुओं को दी जाएगी वरीयता
कवायद
जागरण संवाददाता, श्रवस्ती: जिले में चल रही प्रशिक्षु शिक्षकों की नियुक्ति में पारदर्शिता न पाए जाने पर जिलाधिकारी की नजर विभाग पर तिरछी हो गई है। प्रशिक्षु शिक्षकों की नियुक्ति सामान्य रोस्टर के अनुसार करने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए तीन सदस्यीय अधिकारियों की टीम गठित की गई है। प्राथमिकता की दृष्टि से सड़क किनारे विद्यालयों में महिला प्रशिक्षुओं को वरीयता दी जाएगी। 1जिलाधिकारी राघवेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में तैनात कतिपय लिपिकों की ओर से अधिकारियों को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। प्रशिक्षु शिक्षकों की नियुक्ति में अपने दायित्वों का सही ढंग से निर्वहन नहीं कर रहे हैं। शिकायत मिलने पर डीएम इस मामले में काफी गंभीर हो गए हैं। उन्होंने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को पत्र भेज कर नियुक्ति में सभी व्यवस्थाएं र्ढे पर लाने का निर्देश दिया है। साथ ही तीन सदस्यीय अधिकारियों की टीम गठित की है। इस समिति में एसडीएम भिनगा सत्य प्रकाश, जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी सुरेश कुमार मौर्य एवं बीएसए महेश प्रताप सिंह शामिल हैं। डीएम ने निर्देश दिया है कि प्रशिक्षु शिक्षकों की नियुक्ति पूरी पारदर्शिता एवं निष्पक्षता के साथ समिति के माध्यम से की जाए। प्राथमिकता के दृष्टि से सड़क किनारे विद्यालयों में महिला प्रशिक्षुओं को वरीयता दी जाए। अन्य विद्यालयों में सामान्य रोस्टर के अनुसार नियुक्ति की जाए। डीएम ने कहा है कि सड़क किनारे के विद्यालयों की सूची बना लें तथा बिना की दबाव व सिफारिश के नियुक्ति की जाए। यदि आवश्कता हो तो लाटरी प्रक्रिया की भी सहायता ली जाए। पुरुष प्रशिक्षुओं के लिए शासन से निर्गत रोस्टर के अनुसार ही नियुक्ति की जाए। जिलाधिकारी ने समिति के सदस्यों को निर्देश दिया है कि प्रशिक्षु शिक्षकों की तैनाती में नियमों व शतरे का अनुपालन कराते हुए पारदर्शीता से नियुक्ति संपन्न कराई जाए।
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