साभार : अमर उजाला
अफसरों ने विद्यालयों के निरीक्षण को बनाया धंधा 28
जागरण संवाददाता, रामपुर: उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ की बैठक में खंड शिक्षा अधिकारियों द्वारा विद्यालय निरीक्षण में प्रयुक्त कार्यशैली पर सवालिया निशान लगाए गए। बैठक में जिला मंत्री आनंद प्रकाश गुप्ता ने कहा कि विद्यालय के निरीक्षण को अधिकारियों ने कमाई का धंधा बना लिया है। वह विद्यालय के निरीक्षण को शासन द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों के विपरीत कर रहे हैं। इस तरह के निरीक्षण का शिक्षा में सुधार से कोई लेना देना नहीं है। शासन द्वारा विद्यालयों में निरिक्षण के लिए जितने भी नियम दिए गए थे, अधिकारी सभी की अनदेखी करके निरीक्षण कर रहे हैं। जिलाध्यक्ष कैलाश बाबू ने कहा कि अधिकारी एक मिनट में एक विद्यालय का जो निरीक्षण कर रहे हैं, वह केवल कमाई के लिए एक धंधा है। निरीक्षण में अनुपस्थित मिलने पर शिक्षकों का बिना स्पष्टीकरण वेतन रोका जा रहा है। जिला संरक्षक शकुंतला लोधी ने कहा कि यदि शिक्षाधिकारी शिक्षकों को प्रताड़ित करना करना बंद नहीं करते है तो उनके विरूद्ध रणनीति बनाकर आंदोलन होगा। उनके द्वारा गत वर्ष में किए गए निरीक्षण और रिपोर्ट छिपाने की शिकायत जिलाधिकारी से की जाएगी। बैठक में छत्रपाल सिंह यादव, हरिराम दिवाकर, अब्दुल अलीम खां, देवेंद्र सिंह, र¨वद्र गंगवार, सुरेश सक्सैना, हेमेंद्र प्रताप सिंह, तहसीन आलम, हिमदीप सिंह, अब्दुल रऊफ, नावेद खां, अजीत, सतीश चंद्र, चुन्नीलाल, दिलशाद, रीता सक्सैना, आसिफ अली आदि उपस्थित रहे।
साभार : दैनिक जागरण
साभार : हिन्दुस्तान
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