उरई,
जागरण संवाददाता : परिषदीय स्कूलों का शैक्षिक स्तर सुधारने के लिए नई
कवायद शुरू की जा रही है। इसके तहत अब जिले के एक सर्वश्रेष्ठ स्कूल को
पुरस्कृत किया जायेगा। पुरस्कार पाने के लिए मानक भी निर्धारित किये गये
हैं। सभी मानकों पर खरा उतरने वाले स्कूल को ही इसमें शामिल किया जायेगा।
इसके लिए जिला स्तर पर कमेटी भी गठित की जायेगी जो माडल स्कूल का चयन
करेगी। बेसिक शिक्षा विभाग को इस संदर्भ में निर्देश मिल गये हैं जिस पर
कार्रवाई भी शुरू कर दी गयी है। सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को इस योजना से
अवगत करा दिया गया है।
लाख प्रयासों के बाद भी परिषदीय स्कूलों में शिक्षा के स्तर में सुधार नहीं हो पा रहा है। जिसको देखते हुए इन स्कूलों को प्रोत्साहन देने की योजना तैयार की गयी है जिसके तहत शिक्षण, बच्चों की उपस्थिति हर दृष्टिकोण से परिपूर्ण स्कूल को राज्य स्तर पर एक लाख बीस हजार रुपये का पुरस्कार दिया जायेगा। बेहतर स्कूल के चयन के लिए सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को कहा जायेगा कि वह अपने क्षेत्र के दस अच्छे स्कूलों का चयन करके उनकी सूची तैयार करेंगे। इसके उपरांत उनमें से एक सबसे अच्छे स्कूल का चिंहाकन कर सूची बीएसए को उपलब्ध करायेंगे। जिले भर के ब्लाकों से चिंहित किये स्कूलों की जो सूची बनेगी उनमें से एक स्कूल का चयन करने को जिला स्तर पर बनाई गयी कमेटी करेगी। इस कमेटी में डायट प्राचार्य अध्यक्ष, बीएसए सदस्य सचिव और एक सदस्य जिलाधिकारी द्वारा नामित होगा। जो स्कूल चयनित किया जायेगा उसका नाम राज्य पुरस्कार के लिए प्रस्तावित किया जायेगा। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राजेश कुमार वर्मा ने बताया कि पुरस्कार से मिलने वाली राशि को स्कूल के विकास में खर्च किया जायेगा। प्रधानाध्यापक अपने हिसाब से स्कूल की जरूरतों को इस राशि से पूरी करेगा।
लाख प्रयासों के बाद भी परिषदीय स्कूलों में शिक्षा के स्तर में सुधार नहीं हो पा रहा है। जिसको देखते हुए इन स्कूलों को प्रोत्साहन देने की योजना तैयार की गयी है जिसके तहत शिक्षण, बच्चों की उपस्थिति हर दृष्टिकोण से परिपूर्ण स्कूल को राज्य स्तर पर एक लाख बीस हजार रुपये का पुरस्कार दिया जायेगा। बेहतर स्कूल के चयन के लिए सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को कहा जायेगा कि वह अपने क्षेत्र के दस अच्छे स्कूलों का चयन करके उनकी सूची तैयार करेंगे। इसके उपरांत उनमें से एक सबसे अच्छे स्कूल का चिंहाकन कर सूची बीएसए को उपलब्ध करायेंगे। जिले भर के ब्लाकों से चिंहित किये स्कूलों की जो सूची बनेगी उनमें से एक स्कूल का चयन करने को जिला स्तर पर बनाई गयी कमेटी करेगी। इस कमेटी में डायट प्राचार्य अध्यक्ष, बीएसए सदस्य सचिव और एक सदस्य जिलाधिकारी द्वारा नामित होगा। जो स्कूल चयनित किया जायेगा उसका नाम राज्य पुरस्कार के लिए प्रस्तावित किया जायेगा। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राजेश कुमार वर्मा ने बताया कि पुरस्कार से मिलने वाली राशि को स्कूल के विकास में खर्च किया जायेगा। प्रधानाध्यापक अपने हिसाब से स्कूल की जरूरतों को इस राशि से पूरी करेगा।
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