इलाहाबाद : बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक स्कूलों में नियुक्ति पाने के लिए अभ्यर्थियों का अनशन रविवार होने के बावजूद शिक्षा निदेशालय पर जारी रहा। इस बीच अस्पताल में भर्ती कराए गए अभ्यर्थियों की हालत और गंभीर होती जा रही है। इनमें तीन अभ्यर्थी हैं जबकि एक अभिभावक हैं। अनशनकारी छात्रों से मिलने अब तक शिक्षा विभाग का कोई अधिकारी नहीं पहुंचा है।
अभ्यर्थियों का कहना है कि काउंसिलिंग का आदेश न मिलने तक अनशन जारी रहेगा। 1सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर 12091 अभ्यर्थियों को 72825 शिक्षक भर्ती में नियुक्तियां दी जानी हैं। अभ्यर्थियों का आरोप है कि विभाग इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। इसके लिए वे बेसिक शिक्षा परिषद कार्यालय के सामने कई दिनों से आंदोलन कर रहे हैं। इसमें क्रमिक अनशन के साथ ही बेमियादी अनशन भी शामिल हैं। शनिवार को अनशनकारी अभ्यर्थियों विनय कुमार, भानु प्रताप प्रजापति, मनोज मौर्या और वीरेंद्र कुमार की हालत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
इनकी हालत रविवार को और बिगड़ गई। भान प्रताप एक अभ्यर्थी के अभिभावक हैं। इससे पहले शनिवार को पुलिस ने अनशनकारियों से निदेशालय छोड़ने का निर्देश दिया, लेकिन अभ्यर्थी वहीं डटे हुए हैं। इनका कहना है कि अफसर सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों की अवमानना कर रहे हैं। सात दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर उनको नियुक्ति देने का आदेश हुआ था, लेकिन जिस तरह से दस फरवरी को काउंसिलिंग कराई गई उससे अधिकांश चयनित युवा कटऑफ गिरने का अब तक इंतजार कर रहे हैं। आरोप है कि सभी जिलों से चयनित शिक्षक धरने में शामिल होने के लिए आ रहे हैं लेकिन उन्हें प्रशासन गेट के भीतर नहीं घुसने दे रहा है। अनशनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि चौबीस घंटे के भीतर नियुक्ति पत्र नहीं बंटे तो अभ्यर्थी मौन जुलूस निकालकर नैनी जेल तक की पदयात्र करेंगे।
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