सूबे के 193 मॉडल स्कूलों के लिए राज्य स्तर पर प्रधानाचार्य पद के लिए 21 फरवरी 2015 से 9 मार्च 2015 तक एवं टीजीटी के लिए 17 मार्च 2015 से 7 अप्रैल 2015 तक आनलाइन ई आवेदन मांगे गए थे।’ 28 सितम्बर 2015 को शासनादेश जारी कर भर्ती प्रक्रिया समाप्त कर दी गई।’ आवेदकों से मंडलवार आवेदन मांग कर पांच स्कूलों के विकल्प भराए गए थे।’ फीस वापसी 24 फरवरी 2016 से 28 मार्च 2016 तक पंजाब नेशनल बैंक के जरिए होगी।’ ई चालान के जरिए फीस जमा करने वा¶े आवेदक पंजाब नेशनल बैंक की उसी शाखा से शुल्क वापस ¶ेंगे जबकि फीस का आनलाइन भुगतान करने वा¶े आवेदकों को बैंक पेमेण्ट गेटवे वेन्डर के सहयोग से फीस वापस करेगा।’ आवेदन शुल्क की वापसी बैंक सेवा शुल्क काटकर की जाएगी।
पिछ¶े वर्ष सूबे के नए नवे¶े 193 मॉडल स्कूलों में प्रिसिंपल और प्रशिक्षित सहायक अध्यापक का सपना संजोने वा¶े अभ्यर्थियों को निराशा हाथ लगी है। सरकार ने आवेदन ¶ेने के बाद इन स्कूलों के संचालन नीति में बदलाव कर मॉडल स्कूलों की भर्ती रद्द कर आवेदन करने वा¶े आवेदकों को फीस वापसी भी शुरू कर दी है। अभ्यर्थियों की फीस वापसी का जिम्मा पंजाब नेशनल बैंक को सौंपा गया है जो 24 फरवरी से आगामी 28 मार्च तक निर्धारित नियमों के अनुरूप आवेदकों का आवेदन शुल्क वापस करेगा।मॉडल स्कूलों में आवेदन शुल्क की वापसी के साथ इन स्कूलों में प्रधानाचार्य और शिक्षक बनने की आखिरी उम्मीद भी ध्वस्त हो गई है।
हालांकि सरकार ने काफी पह¶े ही निर्णय कर लिया था कि अब सीबीएसई की तर्ज पर संचालित होने वा¶े इन स्कूलों को प्राइवेट सेक्टर के सहारे संचालित किया जाएगा। इस पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने भी अपनी मुहर लगा दी थी। इसके बावजूद गत वर्ष इन स्कूलों में शिक्षक बनकर सेवा करने की मंशा पा¶े आवेदकों को भरोसा था कि शायद सरकार एक बार फिर पुनर्विचार करे और आवेदकों को चयन प्रक्रिया में शामिल कर लिया जाए। सरकार ने अपने पूर्व निर्णय पर मुहर लगाते हुए अब अभ्यर्थियों की आवेदन शुल्क प्रक्रिया शुरू कर दी है। 24 फरवरी से 28 मार्च तक शुल्क वापसी की जाएगी। शुल्क वापसी के लिए पंजाब नेशनल बैंक को अधिकृत किया गया है। ई चालान और आनलाइन शुल्क जमा करने वालों के लिए निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं। साफ कहा गया है कि इस अवधि में शुल्क वापस न ¶ेने वा¶े अभ्यर्थियों को फिर से मौका नहीं दिया जाएगा। शुल्क न ¶ेने के लिए अभ्यर्थी स्वयं जिम्मेदार होगा।
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