दो फरवरी को आयोजित शिक्षक पात्रता परीक्षा के कारण सैकड़ों स्कूल बंदी की कगार पर रहेंगे। परीक्षा के दिन विद्यालयों में तालाबंदी का खतरा टालने के लिए विभाग को काफी उपाय करने होंगे। हालांकि ब्लॉक स्तर पर खंड शिक्षा अधिकारियों ने इस खतरे को पहले से भांप कर सीएल कोड आवंटित करने वाले जिम्मेदारों को जरूरी निर्देश जारी कर दिए हैं। जिनके करीब ढाई हजार सहायक अध्यापकों द्वारा इस परीक्षा में सम्मिलित होने के आसार हैं।
दो फरवरी को आयोजित शिक्षक पात्रता परीक्षा में शिरकत करने के लिए शिक्षामित्र से सहायक अध्यापक पद पर समायोजित हुए हजारों शिक्षकों ने कमर कस ली है। बताते हैं कि समायोजित शिक्षामित्र अपनी नियुक्ति में चुभा हुआ शिक्षक पात्रता परीक्षा का कांटा भी निकालना चाहते हैं। इसके लिए आवेदन प्रक्रिया के दौरान संगठन ने भी समायोजित शिक्षामित्रों से अधिक संख्या में आवेदन करने की अपील की थी। माना जा रहा है कि टीईटी की परीक्षा में करीब ढाई हजार शिक्षक भाग लेंगे। इससे दो फरवरी को परिषदीय स्कूलों में तालाबंदी का खतरा पैदा हो गया है, क्योंकि बड़ी तादाद में परिषदीय स्कूल इन्ही शिक्षकों के भरोसे संचालित हो रहे हैं। परीक्षा में शामिल होने के लिए समायोजित शिक्षक अवकाश लेंगे। कई स्कूलों में प्रधानाध्यापकों और सहायक अध्यापकों के परिजनों द्वारा भी शिक्षक पात्रता परीक्षा में भाग लेने से दो फरवरी को अवकाश लेने वाले शिक्षकों की बड़ी संख्या की संभावना जताई जा रही है। इसके लिए जिम्मेदारों ने पहले ही तैयारियां शुरू कर दी है।
कई ब्लॉकों में दो फरवरी का सीएल कोड संकुल प्रभारियों के माध्यम से दिए जाने का फैसला किया गया है। संकुल प्रभारी ब्लॉक संसाधन केन्द्रों को स्कूलों की वस्तुस्थिति की रिपोर्ट देंगे। जिससे परिषदीय स्कूल में तालाबंदी न होने पाए।
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