- 50 हजार का मामला
- दलित शिक्षक पदावनत भड़की संघर्ष समिति
- ’निदेशक बेसिक शिक्षा से आज होगी बातचीत
- बेसिक शिक्षा कार्यालय जाम करने की चेतावनी
लखनऊ। आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति ने आरोप लगाया है कि
प्रदेश के पचास हजार दलित बेसिक शिक्षकों को गुपचुप तरीके से पदावनत किए
जाने की कार्यवाही शुरू कर दी गयी है। शनिवार देर रात बैकलाग के तहत
पदोन्नति पाए गाजियाबाद के साठ सहायक अध्यापक, जो पूर्व माध्यमिक विद्यालय
में कार्यरत थे और प्राइमरी स्कूल में प्रधानाचार्य के समकक्ष थे, उन्हें
गलत तरीके से वहां के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डा.प्रवेश यादव ने पदावनत
कर प्राइमरी स्कूल में सहायक अध्यापक बना दिया है। समिति के अनुसार अन्य कई
जिलों में ऐसी सूचियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।गाजियाबाद में हुई इस
पदावनति के विरोध में बड़े पैमाने पर शिक्षक नेता संघर्ष समिति कार्यालय
पहुंचे और उन्होंने समिति के नेताओं से इसकी शिकायत की। समिति के नेताओं ने
कहा है कि अगर प्रदेश सरकार ने इस गलत प्रक्रिया में हस्तक्षेप नहीं किया
तो जल्द ही निदेशालय का चक्का जाम कर दिया जाएगा और विवश होकर प्रदेश के
शिक्षक हड़ताल पर चले जाएंगे। समिति के नेता इस बाबत सोमवार को बेसिक
शिक्षा निदेशक से मिलेंगे और उनसे गाजियाबाद की पूरी स्थिति से अवगत करवाया
जाएगा। इसके बाद चार मार्च को आर पार की लड़ाई का एलान किया जाएगा जिसके
प्रदेश स्तरीय बैठक बुलायी गयी है।
लखनऊ : आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति ने आरोप लगाया है कि प्रदेश के 50 हजार दलित बेसिक शिक्षा अध्यापकों को गुपचुप तरीके से पदावनत किया जा रहा है जिससे दलित अध्यापकों में रोष है और वे हड़ताल पर जा सकते हैं।
आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक अवधेश कुमार वर्मा ने बताया कि गाजियाबाद में माध्यमिक विद्यालय में कार्यरत 60 सहायक अध्यापकों को पदावनत कर प्राइमरी स्कूल में सहायक अध्यापक बना दिया गया है। दलित अध्यापकों के साथ इस नाइंसाफी से सोमवार को बेसिक शिक्षा निदेशक को अवगत कराया जाएगा। मामले से विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष स्वामी प्रसाद मौर्या को भी अवगत कराया गया है।
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