ज्ञानपुर (भदोही) : शिक्षक से लेकर शिक्षणोतर कर्मचारियों तक की मनमानी पर अंकुश लगता नहीं दिख रहा है। इसके साथ ही शिक्षकों के प्रशिक्षण के नाम पर हो रहे खानापूर्ति भी यथावत जारी है। गुरुवार को इसकी पोल उस समय खुल गई जब जिला बेसिक शिक्षाधिकारी सत्यप्रकाश त्रिपाठी ब्लाक संसाधन केंद्र डीघ वहिदानगर के औचक निरीक्षण पर धमक पड़े। बीआरसी पर जहां चार सह समन्वयकों समेत कुल सात शिक्षणोतर कर्मचारी अनुपस्थित मिले तो वहां चल रहे दो प्रशिक्षण कार्यक्रम से कुल 63 शिक्षक नदारद रहे। उन्होंने सभी शिक्षकों से स्पष्टीकरण तो अनुपस्थित समन्वयकों सहित कर्मचारियों के वेतन को प्रतिबंधित करते हुए स्पष्टीकरण देने का देने का निर्देश दिया है। इस कार्रवाई से शिक्षकों में हड़कंप की स्थिति बनी रही। सुबह पौने दस बजे बीआरसी पहुंचे बीएसए श्री त्रिपाठी ने बताया कि उस दौरान वहां दो परिचारकों अब्दुल वहाब, शिवप्रकाश, सह समन्वयक नागेंद्रनाथ उपाध्याय, जटाशंकर यादव, अरुण दुबे, जयप्रकाश सिंह समेत सहायक लेखाकार अंबरेश श्रीवास्तव, कंप्यूटर आपरेटर स्वतंत्र वर्मा अनुपस्थित मिले। बताया कि इसी तरह उसी परिसर में स्थित प्राथमिक विद्यालय वहिदानगर में सहायक अध्यापक रजनीश कुमार 16 व 17 फरवरी को अनुपस्थित रहे। बताया कि सभी का वेतन प्रतिबंधित करते करते हुए स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया गया है। बताया कि इसी तरह बीआरसी में चल रहे विकलांग बच्चों से संबंधी समेकित शिक्षा के प्रशिक्षण में 51 में से 43 व प्रशिक्षु शिक्षकों से प्रशिक्षण शिविर में 20 शिक्षक अनुपस्थित रहे। बताया कि सभी से स्पष्टीकरण मांगा गया है। संतोषजनक स्पष्टीकरण न मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।6 प्रशिक्षण से गायब 63 शिक्षकों से स्पष्टीकरण तलब1 6बीएसए के औचक निरीक्षण में खुली पोल, हडकंप
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