जागरण संवाददाता, बिजनौर : नए-पुराने ग्राम प्रधानों के आपसी मतभेद में जिले के अनेक परिषदीय स्कूलों में छात्र-छात्रओं को मिड-डे-मील वितरण नहीं हो रहा है। कई स्कूलों में पुराने ग्राम प्रधानों ने नए को मिड-डे-मील बनाने के संसाधन उपलब्ध नहीं कराएं हैं, तो किन्ही स्कूलों को सिलेंडर नहीं मिले है। जहां रसोइया मिट्टी के चूल्हों पर खाना बनाकर छात्र-छात्रओं को उपलब्ध करा रही है। इसका खुलासा जिलाधिकारी के निर्देश पर हुए प्रशासनिक अधिकारियों व बीएसए के निरीक्षण में परिषदीय स्कूलों में सामने आया है। जांच की रिपोर्ट के बाद शिक्षा अधिकारियों ने नियमित मिड-डे-मील बनाकर छात्रों को वितरण करने का नोटिस जारी किया है। 1त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव होने के बाद कई ग्राम पंचायतों में नई सरकार बनी है। चुनाव में नए-पुराने ग्राम प्रधानों में मतभेद भी पैदा हो गए है। राजनीति इस रंग का असर जिले के परिषदीय स्कूलों में दिखाई दे रहा है। इसी सप्ताह जिलाधिकारी वीके आनंद ने स्वयं और कई टीमें बनाकर परिषदीय स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता आदि का निरीक्षण कराया था। 1बीएसए समेत टीम में शामिल कई अधिकारियों की जांच रिपोर्ट में साफ हुआ है कि स्कूलों में साफ-सफाई कम मिली। यहीं नहीं स्कूलों में शिक्षा का स्तर भी संतोषजनक नहीं पाया गया था। जिले चार-पांच स्कूलों में स्कूली छात्र-छात्रओं को मिड-डे-मील भी नियमित नहीं मिलने की रिपोर्ट आई थी। शिक्षा विभाग के जिला समन्वयक रासु कुमार ने बताया कि मिड-डे-मील नहीं वितरण करने वाले स्कूलों के मुख्य अध्यापक व ग्राम प्रधान को विभाग से नोटिस जारी किया है, जिसमें हर हाल में स्कूलों में नियमित मिड-डे-मील वितरण कराने तथा जो पुराने प्रधान समान नहीं दे रहे उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
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