संवादसूत्र, सुलतानपुर : शिक्षक पदों पर समायोजित किए गए शिक्षामित्रों की वेतन एवं एरियर भुगतान में देरी से नाराज आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन ने फैसला किया है कि मंगलवार से समायोजित शिक्षक स्कूल नहीं जाएंगे। बीएसए दफ्तर में धरना होगा और आरपार की लड़ाई लड़ी जाएगी। प्राथमिक शिक्षक संघ ने भी वित्त एवं लेखाधिकारी के रवैये पर कड़ी नाराजगी जाहिर की है। एसोसिएशन जिलाध्यक्ष दिनेश चंद्रा व महामंत्री प्रदीप यादव के संयोजन में संगठन की बैठक हुई। जिसमें समायोजित शिक्षकों के वेतन भुगतान एवं एरियर को लेकर लेखाधिकारी के रवैये की तीखी आलोचना की गई। संगठन ने तय किया कि अब एक भी शिक्षामित्र विद्यालय तब तक नहीं जाएगा जब तक कि उसे उसका हक नहीं मिलता जाता। एसोसिएशन पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि 1970 शिक्षकों का एरियर बिल ¨पट्र होने के बाद भी अभी लेखा दफ्तर ने जारी नहीं किया है। तेइस फरवरी को धरना-प्रदर्शन होगा। 411 लोगों के वेतन भी अभी रोके हुए हैं। इस मौके पर भारत यादव, केसी मिश्र, अखिलेश तिवारी, सुतीक्ष्ण तिवारी, जगध्यान, रणजीत सिंह, बृजेश सिंह, बालगो¨वद आदि मौजूद रहे। उधर, प्राथमिक शिक्षक संघ की बैठक जिलाध्यक्ष दिलीप पांडेय की अध्यक्षता में संगमलाल विद्यालय परिसर में हुई। जिसमें वित्त एवं लेखाधिकारी की कार्यशैली पर रोष जताया गया। पदाधिकारियों ने जिलाधिकारी से प्रकरण में हस्तक्षेप कर प्रभावी कार्रवाई किए जाने की मांग की। लखनऊ में 16 मार्च को प्रस्तावित धरने की तैयारियों की समीक्षा की गई। जिलामंत्री एचबी सिंह ने ब्लॉकवार शिक्षकों की समस्याएं सुनीं। उनके निराकरण का आश्वासन दिया। वीरेंद्र मिश्र ने पुरानी पेंशन, अंतरजनपदीय वरिष्ठता आदि मुद्दों को उठाया। ब्लॉक पदाधिकारियों ने खंड शिक्षा अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल उठाए। बैठक में मायानंदा, उमेश यादव, आरपी सिंह, अंजनी पांडेय, प्रशांत पांडेय, जेपी वर्मा, आरबी मौर्य, आनंद त्रिपाठी, संतोष चौरसिया आदि मौजूद रहे।6वेतन व एरियर भुगतान में देरी पर नाराज शिक्षामित्र देंगे धरना1सुलतानपुर : नौकरी के लिए टीइटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने अंबेडकर पार्क में सोमवार को धरना दिया। शबनम आरा की अध्यक्षता व अजय पांडेय के संयोजन में धरने को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष बीएन तिवारी ने कहाकि यूपी में बेसिक शिक्षकों के चार लाख पद खाली हैं। जबकि टीइटी पास ढ़ाई लाख नौजवान दर-दर की ठोंकर खा रहे ह ं। उन्हें तत्काल नियुक्ति देते हुए सरकार गुणवत्ता दुरुस्त करते हुए हठधर्मिता छोड़े। डॉ.अनिल द्विवेदी, विवेक विक्रम, राधेश्याम वर्मा, राजेश कुमार, पंकज मिश्र, फरीद, शालिनी, पूजा, सुनीता आदि मौजूद रहे।
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