लखनऊ : मान्यता प्राप्त जूनियर हाईस्कूल के शिक्षकों ने प्रदर्शन करते हुए प्रदेश सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया। शिक्षकों ने सभी मान्यता प्राप्त स्थाई विद्यालयों को अनुदान सूची में लेने सहित पांच सूत्री मांगों को पूरा करने की जोरदार मांग की। उप्र सीनियर बेसिक शिक्षक संघ के बैनर तले प्रदेशभर से जुटे सैकड़ों शिक्षकों ने राज्य सरकार के खिलाफ वादा निभाओ आंदोलन करते हुए हुंकार भरी। सुबह से लक्ष्मण मेला मैदान में धरने पर बैठने के बाद शिक्षकों ने दोपहर बाद विधान भवन का घेराव करने का प्रयास भी किया। लगभग तीन बजे धरना स्थल से उठकर शिक्षक जैसे ही नारेबाजी करते हुए जैसे ही संकल्प वाटिका तिराहे पर पंहुचे वैसे ही भारी संख्या में मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें बैरीकेडिंग करके रोक लिया। इस पर पुलिस और शिक्षकों के बीच नोकझोंक भी हुई। आगे बढ़ने से रोकने पर शिक्षक वहीं पर नारेबाजी करने लगे और मुख्यमंत्री से वार्ता कराने की मांग करने लगे।
लगभग एक घंटे बाद पुलिस द्वारा शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से वार्ता कराने के लिए भेजने के आश्वासन पर शिक्षक धरना स्थल वापस हुए। कुछ देर बाद एक प्रतिनिधि मंडल वार्ता के लिए शासन भेजा गया। 1इससे पहले धरने का संबोधित करते हुए शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अवधेश कुमार मिश्र ने कहा कि विधान सभा चुनाव से पहले सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने सभी जूनियर हाईस्कूलों को अनुदान सूची पर लेने का लिखित आश्वासन दिया था इसके बाद सरकार बनने के बाद भी कई बार मुख्यमंत्री स्तर से भी आश्वासन दिया गया, लेकिन आज तक इसपर कोई फैसला नहीं हो सका है। उन्होंने कहा कि प्रदेशभर में मान्यता प्राप्त विद्यालयों को अनुदानित किया जाए। इसके अलावा वर्ष 2006 के अनुदानित विद्यालयों के शेष लगभग 600 शिक्षकों व कर्मचारियों की वेतन अनुमन्यता जारी हो। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार जल्दी उनकी मांगों को पूरा नहीं किया तो शिक्षक अब आरपार की लड़ाई के लिए तैयार हैं।
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