बच्चों को नहीं मिली यूनीफार्म
संसू, धानेपुर (गोंडा): शिक्षा सत्र के सात माह बाद बीत गए, लेकिन अभी तक छात्रों को यूनीफार्म नहीं मिल सका है। धन बैंक खाते में डंप है, फिर व्यवस्था पंगु है। छात्रों को मिडडेमील नहीं मिल पा रहा रहा है। अभिभावकों ने कई बार सूचना बीआरसी पर दी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।1मुजेहना के प्राथमिक विद्यालय दुर्जनपुर में शिक्षा विभाग की अधिकांश स्कीम असफल नजर आ रही है। यहां 89 छात्र पंजीकृत हैं। यहां का वित्तीय चार्ज एबीआरसी सत्यनरायन दूबे के पास है। विद्यालय में सहायक अध्यापिका वंदना सिंह व जगजीत, शिक्षामित्र सुमन शुक्ला व केतिका, प्रेरक कंचन सिंह व गुड्डा देवी कार्यरत हैं।1विद्यालय में छात्रों को मिलने वाली सुविधा नदारद है। विद्यालय में अध्यनरत छात्रों को सात माह बाद भी यूनीफार्म का वितरण नहीं हो सका। जबकि खाते में धन डंप है। यही नहीं, छात्र बैठने के लिए अपने घर से चटाई लाने को विवश हैं। अध्यापकों के बैठने के लिए कुर्सी कम पड़ रही है। मिडडेमील काफी दिनों से नहीं मिल रहा है। छात्र दोपहर में घर जाकर भोजन करने को मजबूर हैं। सहायक अध्यापिका वंदना सिंह ने बताया कि दोपहर में बच्चों को भोजन करने के लिए घर भेजना पड़ता है। सुविधाएं नहीं मिलने से छात्रों की उपस्थिति प्रभावित होती है। शिवा, कुसुमा, रामअशीष, आशीष, माला, प्रदीप आदि छात्रों ने बताया कि अभी यूनीफार्म नहीं मिला है। रोज बताते हैं कि कल मिलेगा। इंचार्ज प्रधानाध्यापक सत्यनरायन दूबे ने बताया कि पूर्व बीईओ द्वारा चार्ज दिलाया गया था, लेकिन एसएमसी अध्यक्ष धन आहरण के लिए हस्ताक्षर नहीं कर रहे हैं। मिडडेमील के लिए कई दिन जेब से धन खर्च कर चुका हूं।1संसू, धानेपुर (गोंडा): शिक्षा सत्र के सात माह बाद बीत गए, लेकिन अभी तक छात्रों को यूनीफार्म नहीं मिल सका है। धन बैंक खाते में डंप है, फिर व्यवस्था पंगु है। छात्रों को मिडडेमील नहीं मिल पा रहा रहा है। अभिभावकों ने कई बार सूचना बीआरसी पर दी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।1मुजेहना के प्राथमिक विद्यालय दुर्जनपुर में शिक्षा विभाग की अधिकांश स्कीम असफल नजर आ रही है। यहां 89 छात्र पंजीकृत हैं। यहां का वित्तीय चार्ज एबीआरसी सत्यनरायन दूबे के पास है। विद्यालय में सहायक अध्यापिका वंदना सिंह व जगजीत, शिक्षामित्र सुमन शुक्ला व केतिका, प्रेरक कंचन सिंह व गुड्डा देवी कार्यरत हैं।1विद्यालय में छात्रों को मिलने वाली सुविधा नदारद है। विद्यालय में अध्यनरत छात्रों को सात माह बाद भी यूनीफार्म का वितरण नहीं हो सका। जबकि खाते में धन डंप है। यही नहीं, छात्र बैठने के लिए अपने घर से चटाई लाने को विवश हैं। अध्यापकों के बैठने के लिए कुर्सी कम पड़ रही है। मिडडेमील काफी दिनों से नहीं मिल रहा है। छात्र दोपहर में घर जाकर भोजन करने को मजबूर हैं। सहायक अध्यापिका वंदना सिंह ने बताया कि दोपहर में बच्चों को भोजन करने के लिए घर भेजना पड़ता है। सुविधाएं नहीं मिलने से छात्रों की उपस्थिति प्रभावित होती है। शिवा, कुसुमा, रामअशीष, आशीष, माला, प्रदीप आदि छात्रों ने बताया कि अभी यूनीफार्म नहीं मिला है। रोज बताते हैं कि कल मिलेगा। इंचार्ज प्रधानाध्यापक सत्यनरायन दूबे ने बताया कि पूर्व बीईओ द्वारा चार्ज दिलाया गया था, लेकिन एसएमसी अध्यक्ष धन आहरण के लिए हस्ताक्षर नहीं कर रहे हैं। मिडडेमील के लिए कई दिन जेब से धन खर्च कर चुका हूं।1प्रभारी खंड शिक्षा अधिकारी अवधेश कुमार राय ने बताया कि जानकारी नहीं है। मामले की जानकारी लेकर कार्रवाई की जाएगी।
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