जासं, बदायूं : बेसिक शिक्षा विभाग तीन इंटर कालेजों में मध्यान्ह भोजन संचालन में पकड़ी गई गड़बड़ी के बाद भी कार्रवाई करने से कतरा रहा है। जबकि बतौर कार्रवाई तीन साल की धनराशि का आंकलन करके रिकवरी किए जाने के निर्देश दिए गए थे। महीने भर से ज्यादा समय बीतने के बाद धनराशि का आंकलन नहीं हो पाया है। इसकी जिम्मेदारी लिए खंड शिक्षा अधिकारी ने भी अब आंकलन करने से इन्कार कर दिया है।1शहर के राजाराम महिला इंटर कालेज, श्रीकृष्ण इंटर कालेज व पार्वती आर्य कन्या इंटर कालेज में एमडीएम योजना में गड़बड़ी का मामला सामने आया था। जिसपर तीन साल के फर्जीवाड़े का आंकलन करके रिकवरी के आदेश दिए गए थे। जिसके आंकलन की जिम्मेदारी बीईओ सोमनाथ विश्वकर्मा को दी गई थी। उन्होंने रिकवरी की धनराशि का आंकलन करने से मना कर दिया है। जिसमें कहा गया है कि शहर के एमडीएम की व्यवस्था देख रहे कनिष्ठ लिपिक फारूख अहमद ने तीन वर्षों का डाटा उपलब्ध नहीं कराया है। कुछ ही समय का डाटा दिया गया है। जिसके चलते आंकलन नहीं हो पा रहा है और जो डाटा मुहैया कराया भी गया है उसमें व कालेजों के डाटा में काफी भिन्नता है। जिसके चलते आंकलन नहीं हो पा रहा है। उन्होंने कहा है कि नगर क्षेत्र के कालेजों को मुहैया कराया गया खाद्यान्न व कंवर्जन कास्ट का डाटा जिला समन्वयक के पास भी होता है। उन्होंने मांग की है कि तीन वर्षों की धनराशि का आंकलन जिला समन्वयक हिना खान से कराया जाए।
No comments:
Write comments