सिरसी : परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों के लिए उर्दू शिक्षक भर्ती में अनेक अभ्यर्थियों ने फर्जीवाड़े के आरोप लगाते हुए गलत तरीके से भर्ती प्रक्रिया में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों के आवेदन निरस्त कर शर्तों के अनुसार उर्दू शिक्षक नियुक्त करने की मांग की है। अभ्यर्थियों का कहना है कि शुक्रवार को हुई पहली काउंसलिंग की लिस्ट में शामिल अभ्यर्थियों की सूची को देखकर लगता है कि काउंसलिंग लिस्ट जारी करने से पूर्व आवेदन पत्रों की ठीक से जांच नहीं की गई। जिससे आवेदनकर्ता हजारों की तादात में हो गये और मेरिट उच्च स्तर पर पहुंच गई। कॉउसलिंग के लिए जारी कट ऑफ मेरिट में भी अभ्यर्थियों में असमंजस की स्थिति रही। अनेक जिलों से जारी मेरिट लिस्ट को पुन: संशोधित कर जारी किया गया। केवल फिरोजाबाद जिले की मेरिट लिस्ट में अधिकतम के साथ न्यूनतम कट ऑफ मेरिट 67.03 - 40.7 जारी की गई। जबकि अन्य ज़िलों में केवल अधिकतम कट ऑफ़ मेरिट जारी की गई। कस्बे से भी लगभग बारह उर्दू बेरोज़गारों ने उर्दू शिक्षक बनने का सपना संजोते हुए आवेदन किये थे। उपरोक्त अभ्यर्थियों में से कुछ अभ्यर्थियों ने बताया कि एक ज़िले की कॉउसलिंग सूची में एक अभ्यर्थी की जन्म तिथि 1980 है ऐसे में मौअल्लिमे उर्दू की परीक्षा 1996 में उत्तीर्ण करने के समय उसकी आयु मात्र 16 वर्ष की हुई। आवेदकों ने बेसिक शिक्षा मंत्री से उर्दू शिक्षक भर्ती में पूरी पारदर्शिता के साथ योग्य अभ्यर्थियों की भर्ती करने की मांग की है।
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