प्रतापगढ़ : प्राथमिक विद्यालय में शिक्षण कार्य के दौरान 11 हजार वोल्टेज का हाईटेंशन तार टूटकर गिर पड़ा। इसे बच्चों में अफरा तफरी मच गई। सूचना पर विद्युत आपूर्ति बंद कर टूटे हुए तार को जोड़ा गया। घटना के समय स्कूल में 82 बच्चे थे। संयोग ही था कि बच्चे बाल बाल बच गए अन्यथा कई बच्चों की जान चली जाती। घटना गौरा ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय लरहा का पूरा में सुबह करीब सवा ग्यारह बजे की है। विद्यालय में 82 बच्चे उपस्थित थे।
रानीगंज थाना क्षेत्र के खाखापुर स्थित प्राथमिक विद्यालय लरहाकापूरा में विद्यालय के ऊपर से 11 हजार वोल्ट की लाइन गई है। इस विद्यालय में 132 बच्चे पंजीकृत हैं। बुधवार को 82 बच्चे उपस्थित थे। सुबह 11 बजे विद्युत आपूर्ति शुरू हुई। करीब 15 मिनट बाद तार टूटकर विद्यालय भवन से टकराया फिर जमीन पर गिर गया। उस समय कुछ बच्चे विद्यालय के बरामदे में पढ़ रहे थे। शेष बाहर मैदान में थे। तार गिरते ही बच्चों में भगदड़ मच गई। प्रधानाध्यापक अनिल कुमार मौर्या ने प्रधान रामदास पटेल के साथ ग्रामीणों को सूचना दी। ग्रामीणों ने खाखापुर विद्युत उपकेन्द्र पर फोन कर विद्युत आपूर्ति बंद कराई। इसके बाद विद्युत कर्मी पहुंचे और घंटेभर बाद तार को जोड़कर आपूर्ति शुरू की। प्रधानाध्यापक अनिल कुमार मौर्य का कहना है कि पढ़ाई का कार्य चल रहा था तभी विद्युत तार टूटकर गिरा बच्चे बाल बाल बच गए।
तार जमीन पर न गिरता तो होता बड़ा हादसा
आबादी वाले इलाके के उपर से गुजरने वाले हाईटेंशन तार कितना खतरनाक होते हैं, इसका नमूना प्राथमिक विद्यालय लरहा का पूरा में देखने को मिला। यह तो गनीमत थी कि तार विद्यालय भवन से टकरा कर जमीन पर गिर गया। अगर यह भवन पर ही रहता तो पूरे भवन में करंट फैल जाता और यह शिक्षकों व बच्चों के लिए जानलेवा साबित हो सकता था। तार जमीन पर गिरने के कारण करंट भवन में फैल नहीं सका और सभी बच गए। विद्यालय में दो शिक्षक हैं। प्रधानाध्यापक अनिल मौर्य व कमलेश कुमार जायसवाल पढ़ा रहे थे, तभी ये घटना हुई।
भोजन छोड़ भागे बच्चे
हाईटेंशन तार विद्यालय भवन पर गिरते ही बच्चों में भगदड़ मच गई। विद्यालय में दोपहर भोजन योजना के मेन्यू के अनुसार दूध और तहरी की व्यवस्था थी। अफरा तफरी के चलते अधिकांश बच्चे बगैर खाये ही भाग गए। प्रधानाध्यापक अनिल कुमार मौर्य ने विद्यालय को बंद कर दिया।
पूर्व में भी हो चुकी तार से दुर्घटना
रानीगंज, प्रतापगढ़ : अंचल में मकान व विद्यालयों के ऊपर से दौड़ रहे हाईटेंशन तार ढीले व जर्जर हो चुके हैं। इससे लगातार दुर्घटना का खतरा बना रहता है। कुछ वर्ष पहले रामगढ़ बभनमई में मकान के ऊपर से गये तार की चपेट में आने से बच्चे की मौत हो गई थी। मधवापुर गांव के पास नहर की पटरी पर सवारी लेकर बादशाहपुर जा रही एक प्राइवेट बस भी विद्युत तार की चपेट में आ गई थी। इससे कंडेक्टर झुलस गया था। सवारियों ने कूदकर अपनी जान बचाई थी।
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