जंगल अगहि के जवाहर नवोदय विद्यालय में हैंडपंप न चलाने पर बड़ी कक्षाओं के विद्यार्थियों ने जूनियर छात्रों की पिटाई कर दी। विरोध जताने पर हॉस्टल में सीनियर छात्रों ने जमकर उत्पात किया। निशाने पर रहे छात्रों और कुछ अभिभावकों ने रैगिंग का आरोप लगाया है।
बताते हैं कि घटना की शुरुआत बृहस्पतिवार दोपहर में हुई। 11वीं के एक छात्र ने अपनी सेवा के लिए जूनियर से हैंडपंप चलाने के लिए कहा। इन्कार करने पर उसकी पिटाई कर दी। इस पर अन्य जूनियर छात्र भी जमा हो गए और मनमानी का आरोप लगाकर विरोध करने लगे। उसकी प्रतिक्रिया रात में हुई। दस बजे के बाद कुछ सीनियर छात्र चेहरे पर कपड़ा बांधकर हॉस्टल में जूनियर छात्रों के कमरों तक पहुंचे और उन्हें पीटना शुरू कर दिया। इससे जूनियर छात्रों में अफरा-तफरी मच गई। शोर सुनकर कार्यवाहक प्रधानाचार्य आरके दीक्षित, कुछ शिक्षक और दोनों हॉस्टल के वार्डन वहां पहुंचे। डांटकर बड़े छात्रों को वहां से दौड़ा दिया। सीनियर छात्रों के हमलावर तेवर से ज्यादा डरे एक छात्र को प्रधानाचार्य आवास पर सुलाया गया।
शुक्रवार को कार्यवाहक प्रधानाचार्य ने घटना के केंद्र में रहे तीन जूनियर छात्रों को अभिभावकों के हवाले कर दिया। आरोप के घेरे में आए सीनियर छात्रों के घर वालों को बुलावा भेजा है। प्रभावित छात्रों और उनमे से कई के अभिभावक ने पूर्व की कुछ घटनाओं को हवाला देते हुए सीनियर की तरफ से रैगिंग के नाम पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है। हालांकि विद्यालय प्रशासन रैगिंग की बात को सिरे से खारिज कर रहा है।
हैंडपंप नहीं चलाने को लेकर घटना हुई थी। रैगिंग की बात सरासर गलत है। प्रकरण को शांतिपूर्वक तरीके से सुलझा लिया है। सतर्कता के तौर पर तीन जूनियर छात्रों को उनके अभिभावकों की सहमति पर घर भेज दिया है।
- आरके दीक्षित, कार्यवाहक प्रधानाचार्य
No comments:
Write comments