• नाराज बच्चों, अभिभावकों ने पार्षद से की शिकायत
मड़ियांव : सरकारी स्कूलों के शिक्षकों के भी अजब हाल हैं। जिन शिक्षकों को बच्चों के जीवन में शिक्षा की रोशनी भरने का जिम्मा सौंपा वही उनके भविष्य में अंधियारा भर रहे थे। मामला मड़ियांव के प्राथमिक विद्यालय का है। यहां बीते पांच दिन से सभी शिक्षक गैर हाजिर थे। छात्र रोज स्कूल पहुंचते थे और बिना पढ़े वापस चले आते थे। सोमवार को भी सुबह 11:30 बजे तक जब शिक्षक नहीं पहुंचे तो बच्चों ने पहले स्कूल में प्रदर्शन किया और अभिभावकों से शिकायत की। गुस्साए अभिभावकों ने बच्चों के साथ जानकीपुरम-1 के पार्षद चांद सिद्दीकी से जाकर शिकायत की। जानकारी पाकर बीएसए ने जांच कराई तो दो शिक्षकों की लापरवाही सामने आई। इसके बाद स्कूल में तैनात आशीष पवार और सुधा यादव को सस्पेंड कर दिया गया है।
बच्चों ने की नारेबाजी : मड़ियांव के प्राथमिक स्कूल में कई दिन से बिना बताए टीचर नहीं आ रहे थे। स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों ने जानकारी की तो भी कुछ पता नहीं चला। सोमवार को बच्चों ने फिर शिक्षकों का इंतजार किया। जब इंतेहा हो गई तो बच्चों ने घर जाकर अभिभावकों को सारी बात बताई। इसके बाद पारुल, शिल्पी, मारुफ, विकास, निधि, निजामुद्दीन, शहनाज, फखरुल और शिल्पी सहित कई छात्र-छात्राओं ने अभिभावकों के साथ पार्षद के घर के सामने शिक्षकों के खिलाफ नारेबाजी की। पारुल ने बताया कि अक्सर टीचर स्कूल नहीं आते। अजहर ने बताया कि स्कूल में तीन शिक्षक हैं लेकिन उनमें से दो शिक्षक कभी-कभी ही स्कूल आते हैं। रिजवान ने बताया कि स्कूल टाइमिंग आठ बजे है लेकिन शिक्षक सुबह 11 बजे से पहले आते ही नहीं। अभिभावकों ने बताया कि टीचर्स से इस बारे में कहा गया लेकिन उनके रवैये में कोई सुधार नहीं आया। इससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। इसी के बाद अभिभावकों ने पार्षद के घर के सामने प्रदर्शन किया।
मड़ियांव प्राथमिक विद्यालय में शिक्षकों के गैरहाजिर होने की शिकायत मिली थी। जांच में दो शिक्षक स्कूल से गैर हाजिर मिले। इनमें आशीष पवार और सुधा यादव शामिल हैं। इन दोनों टीचर्स को संस्पेंड कर दिया है। जबकि एक टीचर ऊषा मेडिकल लीव पर थीं।
- प्रवीण मणि त्रिपाठी, बेसिक शिक्षा अधिकारी
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