संस्था जिले के 1030 स्कूलों में दोपहर का भोजन पहुंचा रही
लखनऊ अग्निशमन सुरक्षा पखवाड़े में चल रहे जागरूकता कार्यक्रम में राजधानी के स्कूलों को प्राथिकता पर रखा गया है। 1030 प्राथमिक और जूनियर स्कूलों के बच्चों को फायर सेफ्टी की जानकारी देने के लिए अक्षय पात्र का सहारा लिया जा रहा है। इसके माध्यम से मिड-डे मील के साथ बच्चों में सुरक्षा के उपाय और बचाव की जानकारी पहुंचाई जा रही है।
15 फरवरी से चल रहे पखवाड़े में इस बार जूनियर क्लास के बच्चों को विशेष तौर पर जागरूक करने का अभियान चलाया जा रहा है। इसमें भी ग्रामीण इलाके के बच्चों को प्राथमिकता पर रखा गया है। जॉइंट डायरेक्टर फायर सर्विस पीके राव का कहना है कि आग की सबसे अधिक घटनाएं गांव क्षेत्र में होती है। सुरक्षा के प्रति जागरूकता की कमी के कारण किसानों की फसलें जलकर राख हो जाती हैं। अफसरों का मानना है कि बच्चों में सीखने की ललक और प्रतिभा होती है। उनके माध्यम से पूरे समाज को जागरूक किया जा सकता है।
मिड-डे मील सबसे सुलभ तरीका
अधिकारियों का कहना है कि फायर कर्मियों की कमी की वजह से हर स्कूल में पहुंचकर जानकारी देना संभव नहीं हो रहा था। सीएफओ अभय भान पाण्डेय ने बताया कि अक्षय पात्र संस्था जिले के 1030 स्कूलों में दोपहर का भोजन पहुंचा रही है। इसमें एक लाख बच्चे शिक्षारत हैं। संस्था की मदद से इन बच्चों तक अग्नि सुरक्षा की जानकारियां पहुंचाई जा रही है। आग में घिरने के दौरान बचाव का तरीका, घायल को प्राथमिक उपचार देने के सुझाव और निशक्तजनों को आग से बाहर निकलने के उपाय बताए जा रहे हैं। इसके लिए पुस्तिका छपवाई गई है जिसमें सारे सुझाव दिए गए हैं। संस्था के जरिए पुस्तिका को बच्चों तक पहुंचाया जा रहा है।
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