ज्ञानपुर (भदोही) : कांवेंट व नर्सरी विद्यालयों की तर्ज पर अंक पत्र वितरण के समय नौनिहाल, उनके अभिभावक व शिक्षक एक साथ एक दूसरे से रूबरू हो सकें। बच्चों की प्रगति की स्थिति की जानकारी ले सकें तो शिक्षण व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए एपने सुझाव दे सकें। इस बार प्रत्येक विद्यालयों में 30 मार्च को एक साथ उत्सव के रूप में मनाया जाएगा। इसके लिए शासन स्तर से न सिर्फ बजट जारी किया है बल्कि विभागीय स्तर से विद्यालयों के खाते में भी धनराशि भेजी जा चुकी है। इसी तरह न्याय पंचायत व ब्लाक संसाधन केंद्रों पर उत्सव मनाने का फरमान व बजट जारी किया गया है।1बताते चलें कि परिषदीय प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षण कार्य की गुणवत्ता को बढ़ाने व अधिकाधिक बच्चों के नामांकन के साथ उनकी उपस्थिति भी सुनिश्चित करने के प्रति शासन पूरी तरह गंभीर हो उठा है। इसी चलते जहां इस बार कक्षा एक से लेकर आठ तक के बच्चों की वार्षिक परीक्षा भी पूरी तरह बोर्ड की तर्ज पर प्रश्न पत्र से लेकर उत्तर पुस्तिका तक के लिए बजट जारी कर संपन्न कराई गई तो परीक्षा की पूरी तरह ईमानदारी के साथ संपन्न हो खुद जिलाधिकारी ने कमान अपने हाथ में ले रखी थी। बहरहाल परीक्षा के पश्चात जिस तरह कांवेंट व नर्सरी विद्यालयों में अभिभावकों को बुलाकर बच्चों की प्रगति से अवगत कराया जाता है उसी तर्ज पर परिषदीय विद्यालयों में भी उत्सव मनाने का फरमान जारी किया गया है। इसके लिए बाकायदा बजट भी जारी किया गया है। सर्व शिक्षा अभियान के जिला समन्वयक आरके सिंह ने बताया कि 30 मार्च को 752 प्राथमिक विद्यालय, 364 पूर्व माध्यमिक व छह कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में उत्सव का आयोजन किया जाएगा। बताया कि प्रति विद्यालय को पांच सौ रुपये की दर से बजट भी भेजा जा चुका है।
No comments:
Write comments