संसू, अंबेडकरनगर : बेसिक शिक्षा में दीमक बने अवैध स्कूलों पर नकेल कसने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से शुरू की गई कार्रवाई ठंडे बस्ते के हवाले हो चली है। कार्रवाई के नाम पर जिलेभर में करीब 300 स्कूलों को बगैर मान्यता के अवैध कक्षाओं के संचालन का दोषी पाया गया है। विभाग की ओर से नोटिस जारी कर अधिकारी खामोशी साध चुके हैं। ऐसे में शिक्षा माफियाओं के हौसले बुलंद हैं। 1 बता दें की बगैर मान्यता के सर्वाधिक स्कूल जिला मुख्यालय के खंड शिक्षा क्षेत्र में संचालित होने की सूचना एकत्र की गई है। इसके अलावा अन्य शिक्षा क्षेत्रों में भी इनकी भरमार है। शासन की मंशा के अनुसार शिक्षा व्यवस्था को प्रभावित कर रहे इन स्कूलों को चिन्हित कर इन्हें बंद कराए जाने की कार्रवाई गत माह शुरू की गई थी। कलेक्ट्रेट के निकट से लेकर अधिकारियों की नाक के नीचे अवैध स्कूलों का बाजार सजा है। इनके विरुद्ध एक लाख रुपये का जुर्माना तथा अवैध शिक्षण संस्थान बंद करने में लापरवाही किए जाने पर नोटिस जारी होने की तिथि से प्रतिदिन दस हजार रुपये का अतिरिक्त अर्थदंड वसूले जाने का निर्देश दिया गया है। अधिकारी नोटिस जारी करने तक तो तेजी से आगे बढ़े, जबकि कार्रवाई करने में पीछा खींच रहे हैं। 1 यही नहीं जिलेभर में अवैध स्कूलों को चिन्हित किए जाने में भी अभी रैंडम चेकिंग किए जाने की शिकायत मिल रही है। जागरूक नागरिकों ने इसमें हाथ बढ़ाते हुए तमाम अवैध स्कूलों की सूची विभागीय अधिकारियों को सौंपी है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राज बहादुर मौर्य ने बताया कि नोटिस के जवाब का इंतजार किया जा रहा है। दोबार सत्यापन करते हुए कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। अधिकारियों के रवैये को देखकर लगता है कि इस समस्या को कोई भी गंभीरता से नहीं ले रहा है। सभी अधिकारी मनमानी कर रहे हैं।
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