संसू, गोंडा: उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने 16 मार्च को प्राथमिक विद्यालयों में होने वाली वार्षिक परीक्षा का बहिष्कार करके लखनऊ में होने वाले धरने में सहभागिता करने का निर्णय लिया है। इसके लिए जिले के सभी शिक्षक आकस्मिक अवकाश लेकर धरने में जाएंगे। 1बुधवार को नगर के राधाकुंड प्राथमिक स्कूल में संघ की कार्यसमिति की बैठक हुई। अध्यक्ष आनंद कुमार त्रिपाठी ने बताया कि प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान पर प्रत्येक विकास खंड से शत प्रतिशत शिक्षकों को धरना प्रदर्शन में प्रतिभाग करने के लिए विचार विमर्श किया गया। बैठक में शिक्षकों को पुरानी पेंशन योजना से आच्छादित करने, शिक्षकों को गृह जिले में अंतरजनपदीय स्थानांतरण करने, मृतक आश्रित शिक्षकों के आश्रितों को शिक्षक के पद पर नियुक्ति देने, ग्रेड वेतन 4600 व 4800 पाने वाले शिक्षकों को न्यूनतम मूल वेतन 17140 व 18150 देने की मांग की गई। इसके अतिरिक्त शिक्षकों को राज्य कर्मियों की भांति निश्शुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने, शिक्षकों के पाल्यों को पूर्व की भांति बीएड व बीटीसी में प्रवेश के लिए 10 अंकों का वेटेज देने, परिषदीय विद्यालयों में दूध वितरण बंद कराने, शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्त कराने व खंड शिक्षा अधिकारियों के कुल पदों के 50 प्रतिशत पदों पर परिषदीय शिक्षकों की पदोन्नति करने की मांग का मुद्दा छाया रहा। बैठक में अमरेंद्र प्रताप सिंह, विजय नारायण पांडेय, दिनेश कुमार सिंह, इंद्र प्रताप सिंह, सुरेंद्र सिंह, राजेंद्र प्रकाश तिवारी, वीरेंद्र कुमार त्रिपाठी सहित अन्य मौजूद थे। 1इन ¨बदुओं पर भी हुई चर्चा1 परिषदीय शिक्षकों के सामूहिक बीमा की धनराशि बढ़ाकर 5 लाख रुपए कराने, परिषदीय विद्यालयों में सफाई कर्मचारी व चौकीदार की व्यवस्था करने, छात्रों की उपस्थिति एसएमएस से भेजने, पति व पत्नी दोनों के सरकारी सेवा में होने पर दोनों को मकान किराया भत्ता देने की सुविधा शिक्षकों को देने, महानगर व नगर क्षेत्र में अध्यापकों की नियुक्ति करने, दूर दराज व दुर्गम क्षेत्रों में कार्यरत शिक्षकों को प्रोत्साहन भत्ता देने, आडिट के नाम पर शोषण बंद करने की मांग की गई। 1गोंडा के गांधीपार्क स्थित विद्यालय में बैठक करते प्राथमिक शिक्षक संघ के लोग जागरण6 प्राथमिक शिक्षक संघ की बैठक ़में बनी रणनीति 16पदाधिकारियों को सौंपी जिम्मेदारी,50 प्रतिशत पदों पर परिषदीय शिक्षकों की पदोन्नति की मांग का छाया रहा मुद्दा
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