मानदेय बढ़ोतरी सहित अन्य मांगों को लेकर रसोइयों का धरना मंगलवार को समाप्त हो गया। दूसरे दिन बेसिक शिक्षा सचिव अमित त्रिपाठी के आश्वासन बाद प्रदर्शनकारी वापस लौट गए। निर्धारित समय में मांग पूरी न होने पर रसोइयों ने आंदोलन की चेतावनी दी। संयुक्त रसोइया मोर्चा उप्र के आह्वान पर लक्ष्मण मेला स्थल में विभिन्न संगठनों से जुड़े सैकड़ों की संख्या में प्रदर्शनकारी जुटे रहे। प्रदर्शनकारियों ने सरकार विरोधी नारेबाजी कर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए हरियाणा, उत्तराखंड व पंजाब आदि राज्यों की तर्ज पर रसोइयों के बच्चों को कार्यरत विद्यालय में ही पढ़ने की अनिवार्यता को समाप्त करने की मांग की। आधे दिन तक चली नारेबाजी के बाद मोर्चा के पदाधिकारियों के पांच सदस्य प्रतिनिधिमंडल की जिला प्रशासन ने बेसिक शिक्षा सचिव से वार्ता कराई। प्रतिनिधिमंडल में शामिल आदर्श रसोइया वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष सुशील कुमार शुक्ल ने बताया कि वार्ता में रसोइयों की समस्याओं के निस्तारण की मांगों को हल करने का भरोसा जताया गया है। बेसिक शिक्षा सचिव ने नियमित मानदेय सहित अन्य मांगों को पूरा कराने का आश्वासन दिया है इसके बाद दूसरे दिन धरना समाप्त कर दिया गया। यदि रसोइयों को पांच हजार प्रतिमाह वेतन देने की मांग पूरी नहीं होगी तो जल्द ही सरकार के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा। धरने में कैलाश कुमार कश्यप, राजकुमार गौतम, रमाशंकर तिवारी व सालिकराम यादव सहित अन्य संगठनों के लोग उपस्थित रहे।
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