बलिया : बेलहरी ब्लाक के बहादुरपुर गांव में मध्याह्न भोजन खाने से हुई फूड प्वाजनिंग की घटना में की गई एकतरफा कार्रवाई से शिक्षक संगठनों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। शिक्षकों पर हुई कार्रवाई को उत्पीड़नात्मक बताते हुए शिक्षकों ने निलंबन को वापस लेने की मांग की। विशिष्ट बीटीसी शिक्षक वे. एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष डा.घनश्याम चौबे व राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के जिला मंत्री बृजेश कुमार सिंह के नेतृत्व में पदाधिकारियों ने शिक्षकों पर दर्ज मुकदमे को वापस लेने की मांग से संबंधित ज्ञापन जिलाधिकारी को दिया। डा.चौबे ने कहा कि यह धटना दुर्भाग्यवश हुई और इसमें शिक्षकों का जानबूझकर उत्पीड़न किया जा रहा है। इसमें सुनियोजित तरीके से घटना को अंजाम देकर शिक्षकों व रसोइयों को फंसाने का काम किया गया है। ऐसे में पूरे मामले की जांच करा कर इसमें जो भी दोषी हों उनको दंडित किया जाए। बृजेश सिंह ने कहा कि इसमें अनायास ही फंसाए गए शिक्षकों पर से मुकदमा हटाते हुए उनका निलंबन भी तत्काल वापस लिया जाए। नेता द्वय ने कहा कि शासनादेश के अनुरूप किसी भी शिक्षक व कर्मी पर जब तक दोष सिद्ध नहीं होता निलंबन व प्राथमिकी जैसी कार्रवाई नहीं की जा सकती है। पूरे घटना क्रम में सिर्फ शिक्षकों को ही दोषी ठहराया जाना कहीं से भी उचित नहीं है। प्रतिनिधिमंडल में राघवेंद्र प्रताप सिन्हा, अरुण सिंह, अवनीश सिंह, शर्मानाथ यादव, डा.आशुतोष शुक्ल, अनिल सिंह, नित्यानंद पाण्डेय, शशिकांत ओझा, धीरज राय आदि मौजूद थे।
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