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Thursday, March 24, 2016

गोरखपुर : एलकेजी में भी गरीब बच्चों को पढ़ाएगी सरकार , कोई भी अभिभावक कर सकता है बीएसए कार्यालय में आवेदन


गोरखपुर : प्रदेश सरकार नए शैक्षिक सत्र में परिषदीय विद्यालयों की पढ़ाई पटरी पर लाने के लिए नई कवायद शुरू कर दी है। विद्यालयों में कई वर्षो बाद इसबार लिखित परीक्षा हुई है। इसके लिए स्कूलों को बकायदा बजट भी मिला है। शुचिता के साथ कापियों का मूल्यांकन भी जारी है। अब 30 मार्च को परीक्षा परिणाम घोषित होगा। खास बात यह है कि मेधावी परीक्षार्थी ही नहीं उनके माता-पिता भी सम्मानित होंगे। ताकि, वो भी बच्चों के साथ अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर सकें। इस बार परिषदीय स्कूलों के बच्चों को मिलने वाले अंकपत्र के लिए अलग व्यवस्था बनाई गई है। पुरस्कार के लिए प्रत्येक स्कूल से एक परीक्षार्थी का चयन होगा। जिसका वार्षिक परीक्षा में सबसे अधिक अंक और पूरे वर्ष में स्कूल में सबसे अधिक उपस्थिति दर्ज होगा। इसके लिए विभाग ने जोरशोर से तैयारी शुरू कर दी है। फिलहाल, 21 मार्च को परिषदीय स्कूलों की वार्षिक परीक्षा समाप्त हो जाने के बाद विभाग कापियों के मूल्यांकन और अंकपत्र वितरित करने की तैयारी में जुट गया है। 23 से 27 मार्च तक कापियों का मूल्यांकन पूरा हो जाएगा। जिसमें कक्षा 5 एवं 8 के परीक्षार्थियों की कापियां बीआरसी पर जांची जाएंगी। 27 मार्च से अंकपत्र बनाए जाने का कार्य शुरू होगा। 30 मार्च को अंकपत्र का वितरण किया जाएगा। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ओम प्रकाश यादव के अनुसार परिषदीय विद्यालयों में पठन-पाठन को लेकर जनजागरुकता अभियान भी जारी है। अभिभावकों को प्रेरित किया जा रहा है कि वे अपने बच्चों को विद्यालय भेजें। सर्व शिक्षा अभियान के तहत शिक्षक गांव-गांव, घर-घर जाकर बच्चों को नामांकन के लिए जागरूक कर रहे हैं।

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