जागरण संवाददाता, रायबरेली : बेसिक शिक्षा विभाग में पंजीकृत छात्रों की संख्या बढ़ाने के लिए अभी से तैयारियां शुरू कर दी गई है। शिक्षा की गुणवत्ता पर गंभीरता दिखाते हुए डीएम ने ब्लॉक स्तर पर अपर प्राइमरी स्कूलों में कंप्यूटर और प्रोजेक्टर लगाने की बात कही है। सौ स्कूलों के विद्युतीकरण सांसद निधि द्वारा कराया जाएगा। नए सत्र की शुरूआत करने से पहले पंचायत स्तर पर कार्ययोजना तैयार की जाए और परिषदीय स्कूलों में छात्रों की संख्या बढ़ाने के सभी प्रयास किए जाए। सोमवार को जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार ने बचत भवन में परियोजना निदेशक इंद्रसेन सिंह, डायट प्राचार्या रेखा दिवाकर, बीएसए रामसागर पति त्रिपाठी, सभी बीइओ और जिला समन्वयक के साथ ‘स्कूल चलो अभियान’ को लेकर बैठक की। बैठक में डीएम ने कहा कि पंचायत स्तर पर कार्ययोजना तैयार कर छात्र संख्या बढ़ाया जाए। सभी एनपीआरसी शिक्षकों को बुलाकर ग्रुप आउट बच्चों का ब्योरा तैयार करें। अगर छात्रों की उपस्थिति 30 फीसदी है तो उन्हें ग्रुप आउट की श्रेणी में रखा जाएगा। 30 मार्च को छात्रों को रिजल्ट बांटते समय जिन छात्रों की उपस्थिति 80 फीसदी हो, उन छात्रों की लिस्ट तैयार कर सम्मानित किया करें। अगर छात्र एक सप्ताह तक गैरहाजिर रहते है तो प्रधानाध्यापक लिखित में बीइओ को रिपोर्ट दें। परिषदीय स्कूलों में शैक्षिक स्तर को उठाने के लिए शिक्षक और विभागीय अफसर जी-तोड़ प्रयास करें। सौ परिषदीय स्कूलों में सांसद निधि से विद्युत कनेक्शन करा व्यवस्था को दुरुस्त किया जाएगा। स्कूल के प्रति बच्चों को आकर्षित करने के लिए ब्लॉक स्तर पर अपर प्राइमरी स्कूलों में कंप्यूटर और प्रोजेक्टर लगाकर पढ़ाई करायी जाएगी। वहीं स्मार्ट क्लासेज के लिए खंड शिक्षाधिकारियों को प्रशिक्षित भी किया जाएगा। बीएसए रामसागर पति त्रिपाठी ने डीएम द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करने के निर्देश सभी बीइओ, जिला समन्वयक, ब्लॉक समन्वयक और एनपीआरसी को दिए है। उन्होंने कहा कि अगर कार्यों में किसी प्रकार की लापरवाही बरती गई तो उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी की जाएगी
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