जागरण संवाददाता, आगरा: सरकार, बच्चों को मजबूत बनाएगी। दूध नहीं मिलने पर मिल्क पाउडर पिलाएगी। मध्याह्न भोजन योजना (एमडीएम) में ताजा दूध न मिलने की वजह से नियम बदल दिए हैं। अब बच्चों को दूध पाउडर भी दिया जा सकेगा। इसके लिए गाइडलाइन जारी कर दी गई है। सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्रों को बुधवार को दूध वितरित किया जाता है। ऐसे में एक दिन में जिले में बड़ी मात्र में ताजा दूध की आवश्यकता होती है, मगर दूध उत्पादक या दूधिया विद्यालय में दूध की सप्लाई करने से मना कर देते हैं। कुछ जगह सिंथेटिक दूध की सप्लाई की जाती है, जो बच्चों को उल्टा नुकसान कर रहा है। कई जिलों के बीएसए की ओर से शासन को ताजा दूध मिलने में दिक्कत आने की रिपोर्ट भेजी गई थी। इन रिपोर्ट को शासन ने गंभीरता से लिया। इसके बाद बेसिक शिक्षा सचिव ने अब मिड-डे मील में ताजे दूध की उपलब्धता न होने पर मिल्क पाउडर देने के आदेश दिए हैं, मगर इसके लिए कुछ सावधानियां बरती जाएंगी। मिल्क पाउडर केवल वहीं दिया जाएगा, जहां ताजा दूध उपलब्ध नहीं होगा। वितरण को स्थानीय स्तर पर डीएम की अनुमति लेनी होगी। मिल्क पाउडर केवल दुग्ध उत्पादक संघों से ही लिया जाएगा। बीएसए धर्मेद्र सक्सेना ने बताया कि जहां शुद्ध दूध नहीं मिलता, वहां यह व्यवस्था लागू करने के लिए कहा है। अगर हमारे यहां कहीं ऐसी स्थिति आती है, तो इस पर विचार किया जाएगा।
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