फतेहपुर : बीएसए के सचल दल पर अमर्यादित कृत्य करने के आरोप पर डीआईओएस द्वारा सदस्यों को हटाने का मामला गर्मा गया है। बीएसए ने कार्रवाई को अनुचित करार देते हुए कहा कि बदनाम संस्था की शिकायत पर जांच कराए बिना सदस्यों को हटाने का निर्णय गलत है। वह इसकी शिकायत जिलाधिकारी से करेंगे। यह माना जा रहा हैं कि यह मामला अब जिलाधिकारी की चौखट में ही निपटेगा। मलवां के खंड शिक्षाधिकारी की अगुवाई में सचल दल ने बीते दिन स्व. जगन्नाथ-मेवालाल इंटर कॉलेज में छापा मारा था। केंद्र व्यवस्थापक ने मामले को लेकर डीएम और डीआईओएस से शिकायत करते हुए सचल दल के शशिभूषण त्रिपाठी सहित तीन सदस्यों पर केंद्र में जाकर अव्यवस्था पैदा करने व लड़कियों की मोबाइल से फोटो खींचने का आरोप लगाया था। 24 घंटे के अंदर डीआईओएस ने मामले को संजीदगी से लेते हुए बीएसए के सचल दल में शामिल और आरोपी बनाए गए शशि भूषण त्रिपाठी, संगीता सचान, चंद्र प्रकाश को कार्यमुक्त कर दिया। बीएसए को पत्र लिखकर कार्यवाही की सूचना दी और नए सदस्यों के नामों की सूची भेजने को कहा है। वहीं केंद्र में शिकंजा कसते हुए 6 वित्तविहीन शिक्षकों को हटाकर सवित्त विद्यालयों के 6 शिक्षकों के कक्ष निरीक्षक की ड्यूटी के लिए भेजा गया है। उधर बीएसए विनय कुमार सिंह ने कहाकि डीआईओएस ने टीम के सदस्य क्यों बदले हैं, पूरे सचल दल को ही हटा दें। वह मामले को लेकर डीएम के सामने पक्ष रखेंगे। जिसमें मांग करेंगे कि आरोप लगाने वाली संस्था के पूर्व के इतिहास को खंगाल लें। नकल कराने की युक्ति को जब सचल दल ने फेल कर दिया तो केंद्र व्यवस्थापक ने अनर्गल आरोप लगाने शुरू कर दिए। डीआईओएस ने पूर्व में उनकी कार्यवाहियों को नजर अंदाज कर दिया। नवाबगंज में 15 पन्ने नकल पकड़ी, केंद्र व्यवस्थापक को बदलने की संस्तुति पर अभी तक कार्यवाही नहीं की गई है। अब डीएम के आदेश पर स्कूलों को जांचने जाया करूंगा।
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