जागरण संवाददाता, वाराणसी : बेसिक शिक्षा परिषद से संचालित परिषदीय स्कूलों का नया सत्र पहली अप्रैल से शुरू हो रहा है। पहली से स्कूल तो खुल जाएंगे, लेकिन बच्चों को नि:शुल्क किताबें जून के अंतिम सप्ताह या जुलाई के प्रथम सप्ताह में ही मिलने की संभावना है। वजह, किताबों के मुद्रण के लिए शासन स्तर से अब तक किसी को टेंडर ही नहीं दिया गया है। सीबीएसई की तर्ज पर शासन ने गत वर्ष से ही परिषदीय विद्यालयों का नया सत्र पहली अप्रैल से कर दिया है। इसकी तैयारियों के क्रम में परिषदीय विद्यालयों में 30 मार्च को उत्सव मनाया जाएगा। इसके लिए गाइड लाइन भी जारी कर दी गई है। उत्सव में जहां मेधावी बच्चे पुरस्कृत किए जाएंगे, वहीं सत्र 2016-17 में दाखिले के लिए नामांकन भी किया जाएगा। नए सत्र में किताबों के नि:शुल्क वितरण को लेकर शासन ने अब तक कोई प्रक्रिया शुरू नहीं की है। ऐसे में इस वर्ष भी बच्चों को नई किताबें जुलाई में ही मिल सकेगी।कई वापस नहीं करते किताब1प्राइमरी के कई बच्चों की किताबें फट जाती हैं। वहीं कुछ की किताबें गुम हो जाती हैं। इसके चलते कई बच्चे किताबें वापस नहीं करते हैं। ऐसे में पुरानी पुस्तकें भी सभी बच्चों को मिलना संभव नहीं हो पाता। पहले जमा करें, फिर मिलेगी नई किताबें : जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रामचंद्र सिंह यादव ने बताया कि नए सत्र में पाठ्यक्रम में कोई बदलाव नहीं किया गया है। ऐसे में सत्र 2015-16 के बच्चों को मिलीं नि:शुल्क पुस्तकें जमा करने का निर्देश दिया गया है, ताकि नए सत्र में ये किताबें दूसरे बच्चों को वितरित की जा सकें। फिलहाल पुरानी किताबों से ही पढ़ाई शुरू कर दी जाएगी। नई किताबें आने पर तत्काल वितरित कर दी जाएंगी।
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