जिले के परिषदीय विद्यालयों में बच्चों को दिए जा रहे मिड डे मील के खाते का संचालन अभी तक ग्राम प्रधान व प्रधानाध्यापक के साथ संयुक्त रूप से न होने का मामला सामने आने के बाद कार्रवाई शुरू हो गई है। सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को इस पर कार्रवाई करके रिपोर्ट देने को कहा गया है। जिले में तीन हजार से अधिक परिषदीय विद्यालय संचालित है। जिसमें तीन लाख से अधिक बच्चों को भोजन दिया जा रहा है। मिड डे मील के लिए पहले संबंधित ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधान व विद्यालय के प्रधानाध्यापक के संयुक्त हस्ताक्षर से खाते का संचालन किया जाता था लेकिन चुनाव के वक्त यह व्यवस्था बदल दी गई थी। चुनाव के समय प्रधान को हटाकर वैकल्पिक तौर पर स्कूल प्रबंध समिति के अध्यक्ष को यह जिम्मेदारी सौंपी गई थी। चुनाव खत्म होने के बाद पुरानी व्यवस्था बहाल करने का आदेश दिया गया। इसके बाद भी आए दिन अधिकारियों के पास शिकायतें आ रही है कि अभी तक सभी विद्यालयों में इसका खाता ग्राम प्रधानों के साथ संयुक्त नहीं हुआ है। 1बीएसए डॉ. फतेह बहादुर सिंह ने बताया कि मामला संज्ञान में आने के बाद सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वह सभी परिषदीय प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक विद्यालयों का मिड डे मील का खाता ग्राम प्रधान के साथ संयुक्त रूप से कराएं। साथ ही इस आशय का प्रमाणपत्र भी देने को कहा गया है।
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