अधूरे मानकों पर नहीं होंगे बीएड कॉलेजों में एडमिशन, एलयू रजिस्ट्रार ने कॉलेजों से मांगा शिक्षकों की संख्या का ब्योरा, शिक्षको के अधूरे मानकों पर नहीं लिए जाएंगे एडमिशन
एलयू के 153 कॉलेज हैं। इनमें 7 एडेड कॉलेज हैं, जिनमें बीएड संचालित किया जाता है। इसमें नवयुग गर्ल्स कॉलेज, महिला पीजी कॉलेज, केकेसी, आईटी गर्ल्स कॉलेज, करामत कॉलेज, खुनखुन जी मुख्य हैं। सेल्फफाइनेंस कॉलेज अपने स्तर से शिक्षकों की नियुक्ति कर सकते हैं, जबकि एडेड कॉलेजों में नियुक्ति आयोग की ओर से की जाती है। अब तक किसी भी कॉलेज में आयोग की ओर से नियुक्ति नहीं हुई है। ऐसे में लगभग सभी ऐडेड कॉलेजों में एनसीटीई के मानकों के अनुरूप शिक्षक नहीं है। ऐसे में इस बार एडमिशन करना एलयू के लिए भी कड़ी चुनौती बनी है।• एनबीटी, लखनऊ
लखनऊ यूनिवर्सिटी से सम्बद्ध कई बीएड कॉलेजों में इस बार एडमिशन बैन किए जा सकते हैं। बीएड कोर्स दो साल का होने के कारण मानकों के अनुरूप शिक्षकों की नियुक्ति न करने पर कॉलेजों में इस बार एडमिशन प्रक्रिया लटक सकती है। एलयू के रजिस्ट्रार अखिलेश मिश्रा ने सम्बद्ध सभी बीएड कॉलेजों से शिक्षकों की नियुक्ति का ब्योरा मांगा है। इस पर 10 मई तक निर्णय लिया जाएगा कि कितने कॉलेजों में इस बार एडमिशन होंगे।
नैशनल काउंसलिस फॉर एजुकेशन (एनसीटीई) की ओर से साल 2015 से बीएड दो साल का कर दिया गया है। ऐसे में पिछले साल जितने भी स्टूडेंट्स के एडमिशन हुए वे अब भी कॉलेजों में सेकंड ईयर पूरा करने के लिए मौजूद हैं। हर कॉलेज को नए बैच को पढ़ाने के लिए इस साल नए शिक्षकों की नियुक्ति करनी थी, क्योंकि स्टूडेंट्स की संख्या बढ़ने पर शिक्षकों की संख्या भी दोगुनी चाहिए। रजिस्ट्रार के मुताबिक एनसीटीई के नियमों का पालन किया जाएगा औ
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