जागरण संवाददाता, गोरखपुर : शासन के लाख प्रयास और विभागीय कड़ाई के बाद भी सरकार की महत्वाकांक्षी दूध वितरण योजना परवान नहीं चढ़ पा रही। अब तो बकायदा दूध के लिए अलग से अतिरिक्त धन भी मिलने लगा है। इसके बाद भी प्रधानाध्यापक और ग्राम प्रधान उदासीन बने हैं। खंड शिक्षा अधिकारी भी लापरवाही बरत रहे हैं। फिलहाल, जांच रिपोर्ट में 5 ब्लाक में 50 हजार छात्रों में दूध का नियमित वितरण नहीं हुआ है। बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारियों को विभागीय पत्र जारी करते हुए स्पष्टीकरण मांगा है। साथ ही प्रधानाध्यापकों को कड़ी चेतावनी दी है। 1मार्च और अप्रैल की जांच रिपोर्ट में 5 ब्लाक में महज 10 से 20 फीसद बच्चों को ही दूध मिला है। सबसे खराब स्थिति गोला की है, यहां के महज 10 फीसद बच्चों को ही दूध पिलाया गया है। वहीं, सरदारनगर और ब्रह्मपुर के 95 फीसद बच्चों ने दूध पीया है। गोला के अलावा पाली, जंगल कौड़िया, कैंपियरगंज और सहजनवां की स्थिति भी बहुत अच्छी नहीं है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ओमप्रकाश यादव के अनुसार लापरवाही के आरोप में खंड शिक्षा अधिकारियों को डीओ लेटर जारी किया गया है। आगे दंडात्मक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
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